सीआरपीएफ कमांडेंट सुनील कुमार के शव का पोस्टमार्टम से पहले किया गया एक्स रे, पुलिस हर पहलू की कर रही जांच
छह महीने पहले ही झारखंड से रायगड़ा चतुर्थ सीआरपीएफ बटालियन में शामिल हुए कमांडेंट सुनील कुमार जब गोली चलने की आवाज के साथ कार्यालय में मृत पाए गए तो सीआरपीएफ चतुर्थ बटालियन परिसर में सनसनी मच गई। उनकी मौत की वजह अभी साफ नहीं है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। रायगड़ा शहर में मौजूद सीआरपीएफ चतुर्थ बटालियन परिसर से द्वितीय कमांडेंट सुनील कुमार (उम्र 58 वर्ष) का खून से लथपथ शव बरामद किया गया है। कमांडेंट के शरीर में गोली के निशान पाए गए हैं। कमांडेंड ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की है या यह एक हादसा है या फिर उनकी हत्या की गई है, फिलहाल वह स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस ने शव को जब्त कर लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ घटना की जांच शुरू कर दी है।
नागालैंड चुनाव के समय निभाई थी अहम जिम्मेदारी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मृतक कमांडेंट सुनील कुमार का घर बिहार प्रदेश के सीतामढ़ी में है। वह छह महीने पहले ही झारखंड से रायगड़ा चतुर्थ सीआरपीएफ बटालियन में शामिल हुए थे। नागालैण्ड चुनाव के समय कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें तीन महीने पहले वहां भेजा गया था। चुनाव के बाद वह रायगड़ा चतुर्थ बटालियन में वापस आ गए थे।
कार्यालय में खून से लथपथ पड़ा कमांडेंट का शव
मंगलवार को बटालियन परिसर में गोली चलने की आवाज सुनकर सीआरपीएफ के जवान कमांडेंट सुनील कुमार के कार्यालय प्रकोष्ठ में पहुंचे। कार्यालय में कमांडेंट का शव खून से लथपथ अवस्था में पड़ा था। इस संदर्भ में रायगड़ा थाना को सूचना दी गई। इसके बाद एसपी विवेकानंद शर्मा अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। साइंटिफिक टीम मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू कर दी।
शव का कराया गया एक्सरे
कमांडेंट सुनील की शरीर में गोली के निशान पाए गए। पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। गोली शरीर में किस जगह पर है यह जानने के लिए शव का एक्सरे किया गया। पुलिस की प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, कमांडेंट सुनील ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से अपने सीने में गोली मारकर आत्महत्या की है।
पुलिस हर पहलू की कर रही जांच
हालांकि, सही में क्या उन्होंने आत्महत्या की है या फिर दुर्घटना स्वरूप सर्विस रिवाल्वर से गोली चल गई या फिर उन्हें किसी ने गोली मारी है, फिलहाल वह स्पष्ट नहीं हुआ है। इस संदर्भ में सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी या फिर पुलिस अधिकारियों ने कोई जानकारी नहीं दी है।