जिला परिषद की लखनपुर जोन 2 सीट पर चतुष्कोणीय लड़ाई
झारसुगुड़ा जिला परिषद की लखनपुर •ाोन 2 सीट पर आगामी चुनाव में चतुष्कोणीय लड़ाई देखने को मिल रही है।
संसू, ब्रजराजनगर : झारसुगुड़ा जिला परिषद की लखनपुर •ाोन 2 सीट पर आगामी चुनाव में चतुष्कोणीय लड़ाई देखने को मिल रही है। लखनपुर ब्लाक की 11 पंचायतों को लेकर बने इस जोन की जनसंख्या 32475 है। इस चुनाव में बीजद द्वारा सुनारी पंचायत के सरपंच अक्षय साहू को अपना उम्मीदवार बनाया गया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की साफ सुथरी छवि तथा इलाके में किए गए विकास कार्यो को लेकर वह इलाकेवासियों से समर्थन की उम्मीद कर रहे हैं। स्थानीय विधायक किशोर महंती के आकस्मिक निधन के बाद इलाके में दल की जीत सुनिश्चित करने का दायित्व स्वास्थ्य मंत्री तथा झारसुगुड़ा विधायक नवदास के कंधों पर डाला गया है। इसमें वे कहा तक सफल होते हैं यह तो नतीजे ही बताएंगे। दूसरी तरफ भाजपा ने इस •ाोन के लिए समरबगा के पूर्व सरपंच तथा समिति सदस्य एवं दल के आदिवासी मोर्चा के जिला अध्यक्ष उत्तम नेगी को अपना उम्मीदवार बनाया है। उनका मिलनसार व्यवहार इलाकेवासियों को भा रहा है। सांसद सुरेश पुजारी, पूर्व विधायक राधारानी पंडा, दल के जिलाध्यक्ष मंगल साहू, टंकधर त्रिपाठी व प्रभारी प्रमोद सेनापति इत्यादि इनकी जीत के लिए प्रचार कार्य मे जुटे हैं। गरीबों के विकास के लिए बनाई गई केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं तथा आवास योजना में गड़बड़ी, किसानों के साथ अन्याय तथा इलाके की चरमराई स्वास्थ्य सेवाओं के लिए राज्य सरकार को भाजपा द्वारा घेरा जा रहा है। इसी तरह लखनपुर के पूर्व सरपंच बेनुधर भोई को कांग्रेस ने इस •ाोन में अपना उम्मीदवार बनाया है। वे एक मृदुभाषी तथा वरिष्ठ आदिवासी नेता हैं तथा उनके प्रचार का दायित्व दल के वरिष्ठ युवा नेता रितेश पटेल तथा दल के ब्लाक अध्यक्ष लिगराज बढ़ई ने ले रखा है। कांग्रेस द्वारा केंद्र में भाजपा सरकार तथा राज्य में नवीन सरकार की विफलताओं को अपने प्रचार का मुख्य अस्त्र बनाकर इलाकेवासियों को कांग्रेस का समर्थन करने को कहा कि इलाके का वास्तविक विकास संभव हो सके। इन तीनों मुख्य उम्मीदवारों के अलावा हीराकुद बूढ़ी अंचल संग्राम समिति के वरिष्ठ नेता योगेंद्र माझी को सीपीआई ने इस •ाोन से अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि चारों उम्मीदवार अपनी अपनी जीत का दावा ठोक रहे हैं लेकिन मुख्य मुकाबला बीजद तथा भाजपा के बीच होने की संभावना है। ज्ञात हो कि 2012 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस को 9218, बीजद को 8993 तथा भाजपा को 2956 मत मिले थे लेकिन 2017 में जहा कांग्रेस को 9846, बीजद को 7043 तथा भाजपा को 7502 मत मिले थे । अर्थात भाजपा ने बीजद को पीछे छोड़ कर इलाके में द्वितीय स्थान अख्तियार किया था। हालांकि यह इलाका कांग्रेस का गढ़ रहा है लेकिन बदली हुई परिस्थिति एवं कांग्रेस के दुर्बल नेतृत्व के चलते कहा जा सकता है कि इस सीट पर मुख्य मुकाबला बीजद तथा भाजपा के बीच ही है ।