कुहाकुंडा गांव में हैजा पीड़ितों की संख्या हुई 49
जिले के लखनपुर ब्लाक की कनकतोरा पंचायत के कुहाकुंडा गांव में पिछले शुक्रवार की रात से शुरू हुआ हैजा का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। उल्टी-दस्त के रोग से जहा गांव के एक युवक की मौत हो गई है वहीं 48 मरीज विभिन्न अस्पतालों में इलाजरत है
संवाद सूत्र, ब्रजराजनगर : जिले के लखनपुर ब्लाक की कनकतोरा पंचायत के कुहाकुंडा गांव में पिछले शुक्रवार की रात से शुरू हुआ हैजा का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। उल्टी-दस्त के रोग से जहा गांव के एक युवक की मौत हो गई है वहीं 48 मरीज विभिन्न अस्पतालों में इलाजरत है। मरीजों के दस्त का नमूना तथा उनके द्वारा व्यवहार किया जानेवाला पाइप का पानी व तालाब के पानी का नमूना जांच के लिए भेजा गया है। अब तक रिपोर्ट नहीं आने से संक्रमण के वास्तविक कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए रविवार को झारसुगुड़ा जिलाधीश सरोज कुमार सामल ने लखनपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर केंद्र में इलाजरत मरीजों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस अवसर पर डीआरडीए के प्रकल्प निर्देशक तपिराम माझी, एडीएमओ डा मधुलिका साहू, डा रत्नाकर चौधुरी, डीपीएचओ डा ब्रजकिशोर भोई इत्यादि जिलाधीश के साथ थे तथा लखनपुर स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा बैकुंठनाथ कश्यप ने पूरी स्थिति की जानकारी उन्हें प्रदान की। बाद में जिलाधीश ने कुहाकुंडा गांव पहुंच कर ग्रामीणों से स्थिति व उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। इसके बाद गांव में साफ-सफाई की स्थिति तथा उपलब्ध पेयजल के बाबत जानकारी हासिल की। उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक चौकसी बरतने का निर्देश दिया। इसके साथ ही जिलाधीश के निर्देश पर गांव के संभावित रोगियों के त्वरित इलाज के लिए गांव में 10 अस्थाई शय्याओं की व्यवस्था की। संक्रमण पर पूरी तरह रोक लगने तक गांव में शिविर लगाकर लोगो की चिकित्सा करने तथा आवश्यक दवाई प्रदान करने समेत ग्रामीणों को 24 घंटे स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का निर्देश स्वास्थ्य कर्मियों को दिया। ज्ञात हो कि गांव के कुल 49 हैजा पीड़ितों में से एक की मौत के बाद शेष 48 में से 20 मरीज अब भी लखनपुर स्वास्थ्य केंद्र में इलाजरत है। दो मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा के बाद छोड़ दिया गया तथा 22 मरीजों को जिला सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव के चार मरीज कनकतोरा स्वास्थ्य केंद्र से इलाज कराकर घर लौट हो चुके हैं।