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पहली बार ओडिशा को मिलेंगी महिला DGP, बी. राधिका संभाल सकती हैं कमान; 1989 बैच की हैं आईपीएस अधिकारी

Odisha News इस बार ओडिशा को महिला डीजीपी मिल सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो पहली बार ओडिशा को महिला डीजीपी मिलेगी। कहा जा रहा है कि 1989 बैच की आईपीएस अधिकारी बी. राधिका राज्य पुलिस की अगली पुलिस डीजी बन सकती हैं। आईपीएस अधिकारी राधिका को वरिष्ठता के आधार पर राज्य सरकार द्वारा अगला महानिदेशक नियुक्त किए जाने की संभावना है।

By Sheshnath RaiEdited By: Aysha SheikhUpdated: Sat, 11 Nov 2023 12:14 PM (IST)
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पहली बार ओडिशा को मिलेंगी महिला DGP, बी. राधिका संभाल सकती हैं कमान; 1989 बैच की हैं आईपीएस अधिकारी

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। 1989 बैच की आईपीएस अधिकारी बी. राधिका राज्य पुलिस की अगली पुलिस डीजी होंगी। पहली बार ओडिशा को महिला डीजीपी मिलेगी।

केंद्र सरकार द्वारा बी. राधिका की प्रतिनियुक्ति अवधि समाप्त करने और उन्हें ओडिशा कैडर में वापस करने के बाद इस संभावना ने जोर पकड़ लिया है। वर्तमान डीजीपी सुनील बंसल का कार्यकाल इस साल 31 दिसंबर को समाप्त हो रहा है।

जानकारी के मुताबिक, राधिका की केंद्रीय डेपुटेशन की अवधि 8 नवंबर को समाप्त कर केन्द्र सरकार ने उन्हें राज्य कैडर में वापस भेज दिया है। राधिका सीमा सुरक्षा बल की अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में कार्यरत थीं।

अक्टूबर 2018 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहने वाली वी. राधिका ने नवंबर 2020 में सीमा सुरक्षा बल के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में पदभार संभाला था। वह जुलाई 2024 में सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होंगी।

अगला महानिदेशक नियुक्त किए जाने की संभावना

सेवानिवृत्ति में केवल आठ महीने बचे हैं, ऐसे में अब उन्हें केंद्र सरकार द्वारा अपने कैडर में वापस भेज दिया गया है। आईपीएस अधिकारी राधिका को वरिष्ठता के आधार पर राज्य सरकार द्वारा अगला महानिदेशक नियुक्त किए जाने की संभावना है।

ओडिशा पुलिस के इतिहास में अब तक 35 डीजीपी अपनी सेवाएं दे चुके हैं, लेकिन इसमें कोई महिला नहीं है। राधिका को ओडिशा की पहली महिला डीजीपी बनाए जाने की पूरी संभावना है क्योंकि राज्य में सत्तारूढ़ बीजद सरकार महिलाओं के विकास पर ज्यादा फोकस कर रही है।

वरिष्ठता के लिहाज से बंसल के बाद 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी अरुण कुमार राय, 1989 बैच के प्राणबिंदु आचार्य और अमृत मोहन प्रसाद के बाद वी.राधिका हैं।

अरुण कुमार राय को राज्य सरकार ने अप्रैल महीने में अचानक तबादला करते हुए गृह विभाग में ओएसडी के रूप में बदली किया था। इस बीच, अरुण राय को सरकार द्वारा राज्य टेस्ट बुक प्रेस निदेशक के रूप में स्थानांतरित कर दिया गया है।

इसी तरह, अमृत मोहन प्रसाद वर्तमान में डीजी जेल हैं और प्राणबिंदु ओएचआरसी डीजी के रूप में सेवारत हैं। प्राणविंदु मई में सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होंगे। अरुण और अमृत 2025 में रिटायर होंगे। इन तीनों आईपीएस के बाद वरिष्ठता के आधार पर राधिका का नाम आता है।

आंध्र प्रदेश में बी. राधिका का हुआ जन्म

4 जुलाई, 1964 को आंध्र प्रदेश में जन्मीं बी. राधिका के प्रशासनिक पति और ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी जी. वी. वी शर्मा सेवानिवृत्त हो गए और वर्तमान में दिल्ली में रह रहे हैं। राधिका की सेवानिवृत्ति में केवल आठ महीने बचे हैं, केंद्र सरकार ने उनकी प्रतिनियुक्ति अवधि समाप्त कर दी है और उन्हें ओडिशा कैडर में वापस कर दिया है।

राधिका की सहमति के बिना उन्हें राज्य कैडर में वापस लाने की संभावना बहुत कम है। इसलिए प्रशासनिक हलकों में चर्चा हो रही है कि राज्य और केंद्र सरकार की संयुक्त सहमति से राधिका ओडिशा लौट आई हैं।

हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि राज्य सरकार ने राधिका को डीजीपी बनाने की पहल की है या यूपीएससी के जरिए चयन प्रक्रिया शुरू की है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के 17 साल बाद भी, ओडिशा सरकार ने डीजीपी के चयन के मानदंडों का पालन करने में ईमानदारी नहीं दिखाई है।

गौरतलब है कि बी. राधिका ओडिशा पुलिस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं, जिनमें विभिन्न जिलों के एसपी से लेकर कई महत्वपूर्ण पद शामिल हैं। वह अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए पुलिस पदक भी प्राप्त कर चुकी हैं।

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