Sabyasachi Panda: जेल से M.A करेगा ओडिशा का कुख्यात माओवादी सब्यसाची पंडा, क्या दूसरे कैदी लेंगे प्रेरणा?
Odisha News कुख्यात माओवादी नेता सब्यसाची पंडा जेल से एमए की पढ़ाई करेगा। 2022 में इग्नू से ग्रेजुएशन करने के बाद अब पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल करने का फैसला लिया है। ओडिशा में जेल प्रशासन भी इसमें उसकी पूरी मदद कर रहा है। उसे किताबें दी गई हैं। क्या यह बदलाव अन्य कैदियों के लिए प्रेरणा बनेगा? जानिए पूरी खबर।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। कुख्यात माओवादी नेता सब्यसाची पंडा जेल से एमए की पढ़ाई करेगा। दो दशक से अधिक समय से पुलिस और प्रशासन की नींद हराम कर देने वाले शीर्ष माओवादी नेता की अब पढ़ाई में रुचि बढ़ गई है।
2022 में इग्नू से ह्यूमैनिटी में ग्रेजुएशन करने वाले सब्यसाची पंडा अब अपना एमए की पढ़ाई करने का निर्णय लिया है।सब्यसाची पंडा नयागढ़ रणपुर विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के माकपा विधायक रमेश पंडा के बेटे एवं एक कुख्यात माओवादी नेता है।
गणित विषय में डिग्री ली
- वह पहले से ही पुरी के सामंत चंद्रशेखर गवर्नमेंट कॉलेज से गणित में डिग्री हासिल की है। वह अब जेल में है और उच्च शिक्षा हासिल करने का मन बना लिया है।
- सब्यसाची ओडिशा स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री कर रहा है। उसके साथ कुल चार कैदी और दो विचाराधीन कैदी परीक्षा देंगे।
- इसके लिए उसे जेल की ओर से किताबें उपलब्ध कराई गई हैं। जेल की ओर से सभी को स्टडी मैटेरियल उपलब्ध कराया जा रहा है। जेल शिक्षक भी उनकी पढ़ाई में मदद कर रहे हैं।
मास्टवांटेड सब्यसाची पर था 5 लाख रुपये का इनाम
- सब्यसाची पंडा उर्फ सुनील कभी ओडिशा माओवादी पार्टी का प्रमुख था। पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड बने सब्यसाची के सिर पर 5 लाख रुपये का इनाम था।
- सब्यसाची को 18 जुलाई 2014 को बरहमपुर के बड़ाबाजार इलाके से गिरफ्तार किया गया था। तब से वह बरहमपुर मंडल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है।
कई गंभीर मामलों में संलिप्तता
कुख्यात सब्यसाची के खिलाफ माओवादी हिंसा के सिलसिले में 130 से अधिक मामले दर्ज हैं। गंजाम, गजपति, कंधमाल, रायगढ़ और नयागढ़ जिलों में कई गम्भीर मामले हैं।
हालांकि, सबसे ज्यादा चर्चा नयागढ़ में हुए नक्सली हमले और स्वामी लक्ष्मणानंद की हत्या की है। सब्यसाची ने 2008 में नयागढ़ शहर में जिला शस्त्रागार और पुलिस प्रशिक्षण स्कूल पर हमला किया था, जिससे पूरा राज्य हिल गया था।
इटली के पर्यटक के अपहरण में थी भूमिका
बाद में कि वह कंधमाल में स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या और उसके बाद की हिंसा में भी शामिल था। 2012 में भी इटालियन टूरिस्ट किडनैपिंग केस में कुख्यात सब्यसाची की बड़ी भूमिका भी सामने आई थी।
हालांकि, अब वह बीते करीब 10 साल से जेल में बंद है। ऐसे में सब्यसाची के मामले में बदलाव अन्य कैदियों के लिए प्रेरणा होने की उम्मीद है।यह भी पढ़ेंOdisha Accident News: ओडिशा में अलग-अलग सड़क हादसों में 6 लोगों की मौत, एक दर्जन से अधिक लोग घायल
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