Puri Jagannath Rath Yatra 2022: महाप्रभु की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा शुक्रवार को, लाखों भक्तों के स्वागत के लिए जगन्नाथ धाम तैयार
Puri Rath Yatra 2022 महाप्रभु की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा शुक्रवार को निकाली जाएगी। जगन्नाथ धाम यात्रा में शामिल होने वाले लाखों भक्तों का स्वागत करने को तैयार है। जल थल नभ हर जगह सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बड़दांड में सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है।
By Babita KashyapEdited By: Updated: Thu, 30 Jun 2022 02:31 PM (IST)
भुवनेश्वर-पुरी, जागरण संवाददाता। लाखों भक्तों के समागम के बीच एक जुलाई आषाढ़ शुक्ल द्वितीया तिथि में शुक्रवार को महाप्रभु जगन्नाथ जी की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा निकाली जाएगी। महाप्रभु की रथयात्रा में शामिल होने वाले लाखों भक्तों का स्वागत करने के लिए पुरी जगन्नाथ धाम पूरी तरह से तैयार है। प्रशासन की तरफ से जल, थल, नभ हर जगह सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। किसी भी गतिविधि पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। बड़दांड के दोनों तरफ इमारतों पर शार्प शूटर तैनात कर दिए गए हैं।
पुण्य कमाने का अवसरकोरोना महामारी के कारण दो साल बाद भक्तों को रथारूढ़ भगवान का साक्षात दर्शन करने तथा रथ खींचकर पुण्य कमाने का अवसर मिला है, ऐसे में इस इस साल की रथयात्रा में शामिल होने के लिए भक्तों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। जगन्नाथ धाम में मौजूद होटल, लाज एवं धर्मशाला में पहले से ही भक्त पहुंच गए हैं।
प्रभु के आगमन का इंतजार
आज सुबह से पूरे बड़दांड में जगन्नाथ मंदिर से लेकर गुंडिचा मंदिर तक भक्त नृत्य गीत गाकर प्रभु के आगमन का इंतजार कर रहे हैं। रथयात्रा के एक दिन पहले से ही जगन्नाथ धाम पूरी तरह से भक्तिमय हो गया है। श्रीजगन्नाथ स्वामी नयन पथ गामी भव तुमे के जयकारे से पुरी धाम गुंजयमान हो रहा है।
त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्थावहीं रथयात्रा में भक्तों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की तरफ से त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जल, थल, नभ में सुरक्षा के कड़े पहरे लगा दिए गए हैं। समुद्र में दिन तमाम हेलीकाप्टर पैंतरे मार रहा है। कोस्टगार्ड के कर्मचारी समुद्र किनारे मुस्तैदी से तैनात है। जानकारी के मुताबिक रथयात्रा के लिए शहर में 180 प्लाटुन पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
80 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरेइसमें 250 इंस्पेक्टर, 10 आईजी स्तर के अधिकारी, 200 एसपी तथा अतिरिक्त एसपी स्तर के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं। कुल मिलाकर लगभग 10 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मचारी व अधिकारी रथयात्रा में सुरक्षा व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं। उसी तरह से पुरी जगन्नाथ में खासकर बड़दांड को मिलाकर विभिन्न जगहों पर 80 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कुल मिलाकर विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा में सुरक्षा के ऐसे इंतजाम किए गए हैं कि परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा।
रथयात्रा के दिन की नीति: भोर 4 बजे खुलेगा मंदिर का दरवाजा: 6 बजे मंगल आरती
पुरी जगन्नाथ मंदिर से मिली जानकारी के मुताबिक रथयात्रा के दिन शुक्रवार को भोर 4 बजे मंदिर का दरवाजा खोला जाएगा। इसके बाद सुबह 6 बजे मंगल आरती, 6 बजकर 10 मिनट पर मइलम यानी प्रभु का वस्त्र बदला जाएगा। सुबह 6:30 बजे तड़प लागी यानी भगवान को फुलों से सजाया जाएगा और रसोई शाला में रोष होम अर्थात हवन किया जाएगा। 7 बजे अवकाश नीति होगी, जिसमें भगवान को मंत्र स्नान कराया जाएगा।
7 बजकर 10 बजे सूर्य पूजा, 7:30 बजे द्वारपाल पूजा किया जाएगा इसके बाद भगवान पुन: पाट वस्त्र एवं फुल से सजाया जाएगा। वेश किया जाएगा। इसके बाद सुबह 8 से 9 बजे के बीच गोपाल बल्लभ भोग लगाया जाएगा। इसके बाद 9 बजे मंदिर के पुरोहित द्वारा विधि विधान एवं परंपरा के अनुसार तीनों रथ प्रतिष्ठा किया जाएगा। 9 बजकर 15 मिनट पर मंगलार्पण होगा और फिर 9:30 बजे से चतुर्धा विग्रहों की पहंडी बिजे शुरू होगी जो कि 12:30 बजे खत्म होगी।
पहंडी बिजे खत्म होने के बाद 12:30 भगवान के प्रतिनिधि मदन मोहन एवं राम-कृष्ण विराजमान होंगे। तत्पश्चात रथ के उपर चतुर्धा विग्रह कों 1:30 से 2 बजे के बीच चिता लागी किया जाएगा। 1:30 से 2:30 बजे के अंदर भगवान रथ के ऊपर सजाया जाएगा। 2 से 3 बजे के अन्दर गजपति महाराज तीनों रथ पर छेरापहंरा अर्थात सोने के झाड़ू से झाड़ू लगाएंगे। 3 बजे के बाद रथ में सारथी बिठाए जाएंगे इसके बाद चारमाल खोलकर घोड़ा लगाया जाएगा। एक रथ में चार घोड़ा के हिसाब से तीनों रथों कुल 12 घोड़ा लगाए जाएंगे। 4 बजे रथ खींचने की प्रक्रिया शुरू होगी।
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