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सादगी के साथ याद किए गए आमको सिमको शहीद

ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के आमको सिमको गोलीकांड में शहीद 55 आदिवासियों की स्मृति में प्रशासन व आमको सिमको शहीद स्मृति कमेटी की ओर से हर साल कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 25 Apr 2020 11:08 PM (IST)
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सादगी के साथ याद किए गए आमको सिमको शहीद

संवादसूत्र, बीरमित्रपुर : ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के आमको सिमको गोलीकांड में शहीद 55 आदिवासियों की स्मृति में प्रशासन व आमको सिमको शहीद स्मृति कमेटी की ओर से हर साल कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। लेकिन इस बार कोरोना को लेकर जारी लॉकडाउन के कारण इन शहीदों का शहादत दिवस सादगी से मनाया गया। बीरमित्रपुर के बीजू जनता दल व कांग्रेस के नेताओं ने शहीद स्थल व समाधि पीठ पर जाकर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। हालांकि शहीद पीठ व समाधि स्थल की सफाई एवं सरकरी स्तर पर कोई कार्यक्रम नहीं होने से समर्थकों में मायूसी देखी गई।

रायबोगा थाना क्षेत्र के आमको सिमको गांव के पास 81 साल पहले 25 अप्रैल 1939 को स्वाधीनता सेनानी निर्मल मुंडा की अगुवाई में जमीन पर अधिकार को लेकर खुंटकटी आंदोलन चला रहे निरीह आदिवासियों पर तत्कालीन गांगपुर एस्टेट की महारानी जानकी रत्ना की मौजूदगी में अंग्रेज जनरल मार्जर के द्वारा गोली चलवा दी गई थी जिसमें 55 आदिवासी शहीद हुए थे एवं 90 से अधिक लोग जख्मी हुए थे। दो दशक से आमको सिमको शहीद स्मृति कमेटी तथा प्रशासन की ओर से यहां पर कार्यक्रम आयोजित कर शहादत दिवस मनाया जाता था पर इस वर्ष प्रशासन व कमेटी की ओर से श्रद्धांजलि देने तक की जरूरत नहीं समझी गई। और तो और शहीद पीठ व समाधि पीठ की न सफाई की गई, ना ही कोई कार्यक्रम आयोजित हुआ। गेट बंद होने के बावजूद गांव के कुछ बच्चों ने शहीद पीठ पर पुष्प अíपत कर मातृभूमि के लिए जान न्योछावर करने वाले अपने पूर्वजों को याद किया। बीजद की ओर से पूर्व विधायक निहार सुरीन, फिवियानुस एक्का, श्यामा साहू, मकलू एक्का, संदीप मिश्रा, कुना देव, मुन्ना दास, गजेन्द्र साहू, दीपक साहू, अजीत सिंह, साजिद आलम, रोहित दीप ने माल्यार्पण किया। कांग्रेस की ओर से जगदीश अग्रवाल, विक्रम पटनायक आदि लोगों ने भी शहीद स्थल पर माल्यार्पण किया। इन लोगों ने ब्राह्मणमारा समाधि स्थल पर भी जाकर शहीदों को याद किया।

इस अवसर पर बीजद तथा जीवन बिंदू की ओर से रायबोगा सरकारी अस्पताल परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रेडक्रास ब्लड बैंक के लिए इसमें 21 यूनिट रक्त संग्रह किया गया तथा रक्तदान करने वालों को प्रमाणपत्र भी दिया गया। इस शिविर में पूर्व विधायक निहार सुरीन, फिवियानुस एक्का, श्यामा साहू, मकलू एक्का, संदीप मिश्रा, कुना देव, मुन्ना दास, गजेन्द्र साहू, दीपक साहू, अजीत सिंह, साजिद आलम, रोहित दीप ने मौजूद रहकर रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करते हुए रक्तदान का महत्व बताया। साथ ही प्रमाणपत्र देकर उनसे जरूरतमंदों के लिए आगे भी रक्तदान के लिए तैयार रहने का अनुरोध किया गया। जीते जी रक्तदान, मरणोपरांत अंगदान का लिया संकल्प

आमको सिमको शहीद स्मारक संगठन वेदव्यास की ओर से शनिवार को वेदव्यास गुरुकुल आश्रम में स्वाधीनता सेनानी निर्मल मुंडा के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर आर्गन इंडिया के जरिये पंजीकरण कराने के साथ जीते जी रक्तदान व मरणोपरांत अंगदान का संकल्प लिया गया। संगठन के सचिव रवीन्द्र प्रधान की अगुवाई में आश्रम में आयोजित कार्यक्रम का सलाहकार महेश नाग ने उद्घाटन किया तथा अंगदान का महत्व बताया। पंडित धनेश्वर बेहरा ने महर्षि दधीचि के अंगदान व अवदान पर प्रकाश डाला। सम्मानित अतिथि आयुष अभिलाषा पंडा ने रक्तदान व अंगदान के संबंध में वैज्ञानिक तर्क दिया और कहा कि रक्तदान सेहत के लिए बहुत अच्छा है। इससे नई रक्त कोशिका बनकर रक्त ताजा होता है। मरणोपरांत शरीर की अंत्येष्टि कर दी जाती है पर अंगदान से मृत शरीर से नेत्र, किडनी आदि कई अंग लेकर इसका प्रत्यारोपण कर दूसरों को नया जीवन मिल सकता है। इस मौके पर सत्यानंद नायक, रोशन टोप्पो, अर्जुन टोप्पो, रामकुमार लकड़ा, उमाकांत नायक, रवीन्द्र प्रुष्टि, अविराम पाठी, प्रदीप किसान, शंकर साहू, आयुषा पंडा समेत दस लोगों ने आर्गन इंडिया में अंगदान के लिए पंजीकरण कराया। इस कार्यक्रम का संचालन उमाकांत पंडा ने किया। इसमें रामचंद्र साहू, पुरुषोत्तम साहू, सुभाष साहू, आशुतोष पंडा आदि लोग शामिल थे। कोरोना संक्रमण के चलते शारीरिक दूरी का ख्याल रखा गया।

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