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Odisha Rain: नुआपाड़ा में वज्रपात से एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत, दो की हालत गंभीर

Odisha Rain ओडिशा के नुआपाड़ा जिला के कोमना थाना इलाके में रविवार अपरान्ह घर की छत की मरम्मत करते समय वज्रपात होने से एक परिवार के चार लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि अन्य दो गंभीर रूप से घायल हो गए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Sun, 19 Jun 2022 07:01 PM (IST)
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ओडिशा के नुआपाड़ा में वज्रपात से एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत। फाइल फोटो

संबलपुर, संवाद सूत्र। Odisha Rain: पश्चिम ओडिशा के नुआपाड़ा जिला के कोमना थाना इलाके में रविवार अपरान्ह घर की छत की मरम्मत करते समय वज्रपात होने से एक परिवार के चार लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य दो गंभीर रूप से घायल होकर कोमना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाजरत हैं। इस घटना के बाद से समूचे जिला में शोक की लहर फैल गई है।

नुआपाड़ा जिला के कोमना थाना अंतर्गत मालिकमुंडा गांव के तीर्थ नाथ के घर का एसबेस्टस टूट जाने से बारिश में घर के अंदर पानी टपकता था। बारिश के मौसम को देखते और टूटे एसबेस्टस की मरम्मत के लिए नाग परिवार के कुछ सदस्य रविवार के अपरान्ह घर की छत पर चढ़कर मरम्मत कर रहे थे, तभी बारिश शुरू हो गई और बादल गरजने लगे।

घर के एसबेस्टस पर चढ़े परिवार के लोग बारिश से बचने की कोशिश कर रहे थे, तभी वज्रपात हुआ और परिवार के चार सदस्यों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य दो गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को छत से नीचे उतार कर कोमना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डाक्टर ने 60 वर्षीय तीर्थ नाग, उसके 23 वर्षीय पुत्र चूड़ामणि नाग, रिश्तेदार 28 वर्षीय लक्ष्मण नाग और 15 वर्षीय गुणसागर नाग को मृत घोषित कर दिया, जबकि 56 वर्षीय मिथिला नाग और एक पुरुष को इलाज के लिए भर्ती कर लिया।

वर्ष 2019 में ओडिशा में सर्वाधिक वज्रपात की घटना हुई है। वर्ष 2019 में 12 लाख बार वज्रपात होने की जानकारी विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने दी है। भुवनेश्वर में नेशनल डिजास्टर मिटिगेशन अथारिटी की तरफ से आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में भाग ले उन्होंने उपरोक्त जानकारी दी है। इस कार्यशाला में बज्रपात जैसी बढ़ती आपदा को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। शहरांचल में कृत्रिम बाढ़, समुद्र के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण हो रही धन जीवन की बर्बादी को किस प्रकार से रोका जाए, उस पर चर्चा की गई। इसके साथ ही राज्यों में आपदा नियंत्रण के लिए पहले से योजना न बनाए जाने के कारण एनडीएमए सदस्य सचिव ने नाराजगी जाहिर की है। राज्यों से त्वरित तरीके से तैयार रहने के लिए एनडीएम ने सलाह दिया है। विशेष राहत आयुक्त ने कहा है कि वर्तमान निर्माण को मजबूत करने पर आगामी दिनों में हम आपदा से होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं।

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