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ओम मां सरस्वती संस्कृत कालेज में अनियमितता

ओम मां सरस्वती संस्कृत कालेज राजगांगपुर में अनियमिता बरती जा रही है। विद्यार्थियों को फीस वसूली के एवज में रसीद नहीं दी जा रही है।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 18 Dec 2021 09:46 PM (IST)
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ओम मां सरस्वती संस्कृत कालेज में अनियमितता

संवादसूत्र, राजगांगपुर : ओम मां सरस्वती संस्कृत कालेज राजगांगपुर में अनियमिता बरती जा रही है। विद्यार्थियों को फीस वसूली के एवज में रसीद नहीं दी जा रही है। रसीद मांगने पर विद्यार्थियों को धमकाया जा रहा है। प्राध्यापक व कर्मचारियों को नियुक्तिपत्र न देने तथा इसकी सूची भी सरकार को नहीं दी गई है। इसकी शिकायत प्रशासन से की गई है एवं इस पर हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया है।

ओम सरस्वती इंस्टीच्यूट आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में कला व संस्कृत में इंटर, उप शास्त्री स्नातक, शास्त्री की डिग्री के लिए पढ़ाई हो रही है। वर्ष 2000 से जगन्नाथ विश्वविद्यालय के अधीन इसका संचालन हो रहा है। कालेज के कर्मचारियों व प्राध्यापकों को नियुक्तिपत्र नहीं दिया जा रहा है एवं इससे संबंधित सूची सरकार को नहीं दी गई है। विभिन्न पाठ्यक्रमों में यहां डेढ़ सौ से अधिक विद्यार्थी हैं। हर साल नामांकन के लिए दस हजार, फार्म भरने के लिए एक हजार, सीएलसी के लिए 500 रुपये लिए जा रहे हैं पर इसकी रसीद नहीं दिया जा रहा है। इसका हिसाब भी विश्वविद्यालय को नहीं दिया जा रहा है। हर साल करीब सवा दो लाख का घपला इसमें हो रहा है। इस तरह से अब तक 50 लाख रुपये से अधिक की अवैध वसूली हो चुकी है। इसमें कालेज के प्रिसिपल व प्रबंधन से जुड़े लोगों का हाथ होने की बात कही जा रही है। यह राशि किसके पास है एवं कौन ले रहा है, इसकी विजिलेंस जांच करने की मांग की जा रही है। फीस के एवज में रसीद मांगने पर विद्यार्थियों को परीक्षा में फेल कराने की चेतावनी दी जा रही है। कालेज का नियमित ऑडिट भी नहीं कराया जा रहा है जिससे मामला सामने नहीं आ पा रहा है। कालेज के कुछ प्राध्यापकों ने एसपी से भी इसकी शिकायत कर कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है।