तीन साल के अनीश सरकार ने चेस की दुनिया में रचा इतिहास, फिडे रेटिंग हासिल करने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने
महज तीन वर्ष आठ महीने और 19 दिन की उम्र में उत्तरी कोलकाता के कैखली के अनीश सरकार ने शुक्रवार को इतिहास का सबसे युवा शतरंज खिलाड़ी बन गया। अनीश का नाम शुरू में 15 खिलाड़ियों की सूची में नहीं था क्योंकि वह सिमुल खेलने के लिए योग्यता मानदंडों को पूरा नहीं करते थे। अनीश ने पश्चिम बंगाल राज्य अंडर-9 ओपन के साथ प्रतिस्पर्धी शतरंज में अपनी शुरुआत की।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। जिस उम्र के अधिकांश बच्चे पेप्पा पिग या छोटा भीम जैसे कार्टूनों में खोये रहते हैं, या केवल खिलौनों के साथ खेलते हैं। उस उम्र में अनीश सरकार शतरंज के मोहरों के साथ चाल चलते हैं। इतना ही नहीं महज तीन साल, आठ महीने और 19 दिन की उम्र में उत्तरी कोलकाता के कैखली का यह बालक शुक्रवार को इतिहास का सबसे युवा रेटेड शतरंज खिलाड़ी बन गया।
26 जनवरी, 2021 को जन्मे अनीश ने अक्टूबर में पश्चिम बंगाल राज्य अंडर-9 ओपन के साथ प्रतिस्पर्धी चेस में डेब्यू किया, जिसमें उन्होंने 8 में से 5.5 अंक हासिल किए और दो रेटेड खिलाड़ियों, आरव चटर्जी और अहिलान बैश्य को हराकर 24वां स्थान हासिल किया। बंगाल रैपिड रेटिंग ओपन के दौरान अनीश को भारत के नंबर 1 और विश्व के नंबर 4 ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी के खिलाफ एक प्रदर्शनी मैच में खेलने का मौका मिला।
3.5-year-old Anish Sarkar delivers checkmate by rolling his Queen and Rook effortlessly pic.twitter.com/GKFvHezbP3
— ChessBase India (@ChessbaseIndia) August 24, 2024
दिब्येंदु बरुआ की अकादमी में लेते हैं ट्रेनिंग
अनीश सरकार को इसके बाद पश्चिम बंगाल राज्य अंडर-13 ओपन में खेलने का मौका मिला। उस टूर्नामेंट में उन्होंने पांच रेटेड खिलाड़ियों का सामना करने का मौका मिला। इस तरह से उन्हें फिडे रेटिंग में 1555 की प्रारंभिक रेटिंग मिली। अनीश भारत के दूसरे ग्रैंड मास्टर दिब्येंदु बरुआ की अकादमी में शतरंज के गुर सीखते हैं। बरुआ भी उनकी प्रतिभा से काफी प्रभावित हैं।भारत में शतरंज का स्वर्ण युग
अनीश का उदय ऐसे समय में हुआ है, जब भारत शतरंज में एक रोमांचक युग का गवाह बन रहा है, जिसमें एरिगैसी, आर प्रगनानंद और डी गुकेश जैसी युवा प्रतिभाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमक रही हैं। इन प्रतिभावान खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। हाल ही में भारत ने शतरंज ओलंपियाड में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीते हैं।