वीजा मुद्दों के कारण प्रतियोगिता से चूके 5 भारतीय शतरंज खिलाड़ी, विश्व जूनियर चैंपियनशिप का नहीं होगा हिस्सा
भारत को फिडे विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप 2023 से पहले झटका लगा जब वीजा मुद्दों के कारण उसके पांच खिलाड़ी प्रतियोगिता के लिए नहीं जा सके। पूर्व निर्धारित रवानगी से कुछ दिन पहले तक भी पांच खिलाड़ियों और कुछ कोच को समय पर वीजा नहीं मिलने के कारण उनके प्रतिनिधित्व पर अनिश्चितता के बादल छा गए थे। ये पांच खिलाड़ी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
By Jagran NewsEdited By: Geetika SharmaUpdated: Wed, 20 Sep 2023 11:05 AM (IST)
नई दिल्ली, प्रिट। भारत को फिडे विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप 2023 से पहले झटका लगा जब वीजा मुद्दों के कारण उसके पांच खिलाड़ी प्रतियोगिता के लिए नहीं जा सके। प्रतियोगिता का आयोजन मेक्सिको सिटी में 22 सितंबर से दो अक्टूबर तक किया जाना है।
नहीं ले पाएंगे हिस्सा-
पूर्व निर्धारित रवानगी से कुछ दिन पहले तक भी पांच खिलाड़ियों और कुछ कोच को समय पर वीजा नहीं मिलने के कारण उनके प्रतिनिधित्व पर अनिश्चितता के बादल छा गए थे। इस बीच सूत्रों ने पुष्टि की है कि ये पांच खिलाड़ी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
टीम के साथ नहीं होंगे रवाना-
ये पांच खिलाड़ी व्रशांक चौहान, अरूण कटारिया, भाग्यश्री पाटिल, प्रणीत वुप्पला और फेमिल चेलादुरई हैं। इसके अलावा कोच प्रवीण ठिप्से एम और किरण अग्रवाल भी प्रतियोगिता के लिए टीम के साथ नहीं जा पाएंगे। फिडे सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष भरत सिंह चौहान ने कहा कि 'भारत सरकार के सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बाद भी हम वीजा का इंतजाम नहीं कर पाए। यह भारतीय दल के लिए बड़ा झटका है।यह इससे जुड़े खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर नहीं है जो अंतरराष्ट्रीय अनुभव से वंचित रह जाएंगे जबकि वे पदक के दावेदार भी थे। अपने 45 साल के शतरंज करियर में मैंने कभी ऐसा होते हुए नहीं देखा। सभी जरूरी दस्तावेज देने के बावजूद हमें वीजा स्वीकृति नहीं मिली और मेरे पास अब भी कोई जवाब नहीं है कि आखिर क्यों ऐसा हुआ।"ये भी पढ़ें:- प्रगनानंद से मिलने को लगा मंत्रियों का तांता, चैपियन ने Asian games में भारत के स्वर्ण जीतने की जताई उम्मीद
वीजा समस्या हुई पैदा-
चौहान ने हालांकि पुष्टि की कि दो कोच की जगह सीआरजी कृष्णा (पुरुष) और तारिणी गोयल (महिला) को मेक्सिको की राजधानी भेजा जा रहा है क्योंकि उनके पास अमेरिका के वीजा हैं। चौहान ने इससे पहले कहा था कि वीजा समस्या मुख्य रूप से मेक्सिको दूतावास से पैदा हुई। उन्होंने कहा था कि नेपाल के खिलाड़ियों को भी इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ा जो भारत में हैं और वे भी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।