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Senior National Kabaddi Championship: रेलवे ने जीता लगातार दूसरा खिताब, कप्तान बोले- युवा हार ना माने, मौका जरूर मिलता है

रेलवे टीम के कप्तान ने मैच के बाद फाइनल और पूरे टूर्नामेंट में की गई प्लानिंग के बारे में दैनिक जागरण से बात की।

By Viplove KumarEdited By: Updated: Sat, 07 Mar 2020 01:27 PM (IST)
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Senior National Kabaddi Championship: रेलवे ने जीता लगातार दूसरा खिताब, कप्तान बोले- युवा हार ना माने, मौका जरूर मिलता है
जयपुर, जेएनएन। शुक्रवार को 67वें नेशनल सीनियर कबड्डी चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला डिफेंडिंग चैंपियन रेलवे और सर्विसेज के बीच खेला गया। सर्विसेज को रेलवे की टीम ने 29-27 से मात दी और लगातार दूसरी बार नेशनल सीनियर कबड्डी चैंपियनशिप जीत कर एक बार फिर से अपनी बादशाहत साबित की। टीम के कप्तान ने मैच के बाद फाइनल और पूरे टूर्नामेंट में की गई प्लानिंग के बारे में दैनिक जागरण से बात की।

सेमीफाइनल में होम टीम राजस्थान को रेलवे ने 46-23 से एकतरफा मुकाबले में मात देकर लगातार दूसरी बार फाइनल में जगह पक्की की थी। इस मुकाबले में कप्तान पवन शेहरावत ने 14 रेड प्वाइंट्स हासिल किए थे। फाइनल में भी कप्तान ने शानदार खेल दिखाते हुए टीम की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई।

कमजोर टीम के लिए अलग रणनीति बनाई

मैच के बाद कप्तान ने अपने अनुभव को साझा किया। उन्होंने कहा, इस पूरे टूर्नामेंट में टीम का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। डिफेंस ने बेहतरीन खेल दिखाया साथ ही रेडर्स ने भी शानदार प्रदर्शन किया। मैंने भी टीम से साथ सपोर्ट किया जैसा टीम खेल रही थी उसी तरह से रेडिंग की तो मेरा अनुभव बहुत ही अच्छा रहा।

जब कोई बड़ी टीम होती है तो रेडिंग की जिम्मेदारी तीनों रेडर्स लेते हैं और जो कोई छोटी या लूज टीम है तो किसी और भी रेडर को चांस देते हैं। अगर कोई अच्छा कर रहा है तो वो सामने आए और टीम की जीत में योगदान दे। अगर कोई डिफेंस में अच्छा कर रहा है तो ऐेसे मुकाबलों में उसको चांस देते हैं।

दबाव में खेलने की आदत हो गई है

मु्श्किल हालात में खेलने की आदत हो गई है ये मैं काफी पहले से करता आ रहा हूं। कई सीजन हो चुके हैं तो अब आदत सी हो गई है। ऐसा कुछ सोचकर नहीं जाता हूं, जब भी दबाव होता है तो सोचता हूं कि रेड में प्वाइंट नहीं मिले तो भी एक सुपर रेड मिलेगी।

युवा हार ना माने

कप्तान ने युवाओं को सलाह दी कि अगर आपको कहीं पर मौका नहीं मिल रहा तो भी हार ना माने। अभी नहीं मिला तो आगे ऐसा जरूर होगा जब आपको मौका मिलेगा और आपके बिना टीम नहीं बन पाएगी तो अनुशासन में रहे और जो सबसे अहम है डाइट और प्रैक्टिस इसपर ध्यान दें।