Paris 2024 Olympics: अभिनव बिंद्रा 'ओलंपिक ऑर्डर' से सम्मानित, कहा- रिंग में मेरे जीवन को अर्थ दिया
भारत के पहले व्यक्तिगत ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता अभिनव बिंद्रा को पेरिस में 142वें IOC के दौरान अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) द्वारा प्रतिष्ठित ओलंपिक ऑर्डर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ओलंपिक ऑर्डर IOC द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है जो ओलंपिक आंदोलन में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को दिया जाता है। बिंद्रा ने साल 2008 में ओलंपिक गोल्ड मेडल जीता था।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। दिग्गज भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को शनिवार को पेरिस में 142वें IOC सत्र में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक परिषद (IOC) द्वारा प्रतिष्ठित ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया गया। 1975 में स्थापित ओलंपिक ऑर्डर, IOC द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है, जो ओलंपिक मूवमेंट में अहम योगदान के लिए इस अवार्ड से सम्मानित किया जाता है।
ओलंपिक ऑर्डर सम्मान लेने के बाद बिंद्रा ने कहा, जब मैं छोटा बच्चा था, तो ये ओलंपिक रिंग ही थीं, जिन्होंने मेरे जीवन को अर्थ दिया और दो दशकों से अधिक समय तक अपने ओलंपिक सपने को पूरा करने में सक्षम होना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी। अपने एथलेटिक करियर के बाद, ओलंपिक मूवमेंट में कोशिश करना और वापस अपना योगदान देना मेरा एक बड़ा जुनून रहा है। यह पुरस्कार उस जुनून को और अधिक बढ़ावा देता है और मुझे उम्मीद है कि मैं और भी अधिक मेहनत करना जारी रखूंगा और जीवन भर ओलंपिक मूवमेंट में योगदान देता रहूंगा।
2008 में बिंद्रा ने जीता था गोल्ड मेडल
पांच बार के ओलंपियन अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में गोल्ड मेडल जीता था। वह भारत के पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे जिन्होंने व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था। उन्हें एयर राइफल शूटिंग में विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय होने का गौरव भी हासिल किया है।
India's first individual Olympic gold medalist, IOC Athletes' Commission Vice-Chair @Abhinav_Bindra has been bestowed with the prestigious Olympic Order, in recognition of his outstanding contribution to the Olympic Movement. pic.twitter.com/j0hbtCqAPy— IOC MEDIA (@iocmedia) August 10, 2024
जीते हैं 150 से अधिक व्यक्तिगत मेडल
अपने दो दशक लंबे करियर में, बिंद्रा ने 150 से अधिक व्यक्तिगत पदक जीते हैं। इसके साथ ही साथ भारत के महान खेल दिग्गजों में से एक के रूप में पहचान बनाई। खेल के प्रति उनकी असाधारण सेवा को तब और मान्यता मिली, जब उन्हें 2018 में ब्लू क्रॉस से सम्मानित किया गया, जो अंतरराष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (ISSF) का सर्वोच्च सम्मान है।