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WWE में जल्द भारत से देखने मिलेगा नया चैंपियन, 5 साल बाद भारत में आयोजन पर भारतीय रेसलर का बड़ा बयान

व‌र्ल्ड रेसलिंग एंटरटेंमेंट में कई दिग्गजों को धूल चटाने वाले भारतीय पेशेवर पहलवान रिंकू सिंह राजपूत उर्फ वीर महान पहली बार देश की धरती पर रिंग में उतरने को बेहद उत्साहित हैं। वीर महान ने दैनिक जागरण से हुई विशेष बातचीत में बताया इतने वर्षों बाद डब्ल्यूडब्ल्यूई भारत में आ रहा है। डब्ल्यूडब्ल्यूई का आयोजन आठ सितंबर को हैदराबाद के गच्चीबावली इंडोर स्टेडियम में होगा।

By Jagran NewsEdited By: Geetika SharmaUpdated: Sat, 12 Aug 2023 06:27 PM (IST)
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डब्ल्यूडब्ल्यूई में भारतीय पेशेवर पहलवान रिंकू सिंह राजपूत उर्फ वीर। फोट- ट्विटर
नितिन नागर, नई दिल्ली। व‌र्ल्ड रेसलिंग एंटरटेंमेंट (डब्ल्यूडब्ल्यूई) में कई दिग्गजों को धूल चटाने वाले भारतीय पेशेवर पहलवान रिंकू सिंह राजपूत उर्फ वीर महान पहली बार देश की धरती पर रिंग में उतरने को बेहद उत्साहित हैं। 2017 के बाद भारत लौट रहे डब्ल्यूडब्ल्यूई का आयोजन आठ सितंबर को हैदराबाद के गच्चीबावली इंडोर स्टेडियम में होगा, जिसका प्रसारण सोनी स्पो‌र्ट्स नेटवर्क पर किया जाएगा।

दैनिक जागरण से खास बातचीत- 

वीर महान ने 'दैनिक जागरण' से हुई विशेष बातचीत में बताया, इतने वर्षों बाद डब्ल्यूडब्ल्यूई भारत में आ रहा है। ये हमारे लिए गर्व का पल है। अपनी धरती और भारतीय प्रशंसकों के सामने लड़ने का जोश बिल्कुल अलग होगा। मैं इसको लेकर बहुत उत्साहित हूं। हम अपने प्रशंसकों के लिए जीतना चाहेंगे।

खली के बाद नहीं बना चैंपियन-

द ग्रेट खली और जिंदर महाल के बाद भारत से कोई डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन नहीं बन पाया। इस बारे में जब वीर से पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'भविष्य में आपको बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। चाहे वह हैवीवेट चैंपियनशिप हो या टैग टीम चैंपियनशिप, आपको भारत से चैंपियन देखने को मिलेगा।

मेरे साथी सांगा (सौरव गुर्जर) अपनी विशिष्टताएं हैं। हम दोनों एक साथ काफी शक्तिशाली हैं। हम जिमी और जे उसो को बड़े प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखते हैं। हम चाहते हैं कि द उसोस से हमारी फाइट हो और हम उन्हें हराएं। हम एक अलग ही टैग टीम हैं, जो किसी को भी धूल चटाने का माद्दा रखती है।'

ओलंपिक के लिए कर चुके क्वालीफाई-

अमेरिका में सफल बेसबाल खिलाड़ी रह चुके वीर महान ट्रैक एंड फील्ड एथलीट रह चुके हैं। भारत से डब्ल्यूडब्ल्यूई तक की अपनी यात्रा के बारे में उन्होंने कहा, 'हमें एक ही जीवन मिला है। आवश्यक नहीं है कि हम एक ही क्षेत्र में काम करें। पहले मैं भारत में ट्रैक एंड फील्ड खेलता था, फिर ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। उसके बाद अमेरिका में बेसबाल खेला। उसके बाद डब्ल्यूडब्ल्यूई पहुंचा। द ग्रेट खली और जिंदर महाल के बाद के बाद भारतीय प्रशंसकों के लिए रिंग में कोई बड़ा भारतीय चेहरा नहीं था, बस मुझे उसी कमी को दूर करना था, इसलिए मैंने डब्ल्यूडब्ल्यूई में आने का निर्णय किया।'

युवाओं का संस्कृति से जुड़ाव आवश्यक-

वीर रिंग में अपनी वेशभूषा को लेकर काफी लोकप्रिय हैं। माथे पर त्रिपुंड, गले में रुद्राक्ष और हाथ पर राम का टैटू उनकी पहचान है। अपनी विशिष्ट वेशभूषा को लेकर वीर ने कहा, 'हम भारत भूमि में से आते हैं और हमारी परंपरा ही यही रही है कि चाहे हम जितने भी पीछे चले जाएं। मां और पिता ने हमें मंदिर का रास्ता दिखाया है और उसी से हम बलवान बनते आए हैं।

भारत में इतने बड़े-बड़े ऋषि हुए, योद्धा हुए वे सब अपने तप के बल से बने। ये हमारे खून में है और उसी चीज को डब्ल्यूडब्ल्यूई ने अनुमति दी। उस चीज को हम अपने युवाओं के लिए स्क्रीन पर लेकर आए। हमारे युवा अपनी संस्कृति से कहीं न कहीं भटकते जा रहे हैं, उन्हें बस यही संदेश देना था कि आप भले ही कहीं भी रहो अपनी संस्कृति से जुड़े रहो।'

जिंदर की मौजूदगी से मिलती है मदद-

पूर्व हैवीवेट चैंपियन जिंदर महाल इस समय वीर के मेंटर हैं, जो उनकी टीम इंडस शेर का नेतृत्व करते हैं। इस पर वीर ने कहा, 'जिंदर महाल इतने वर्षों से काम कर रहे हैं। उनकी मौजूदगी रिंग के पास काफी महत्वपूर्ण होती है।' अपनी यादगार फाइट को लेकर वीर ने कहा, 'जब मैंने डब्ल्यूडब्ल्यू के 'रा' शो में पदार्पण किया तो कई महीनों से मेरी फाइट को लेकर काफी बातें हो रही थीं। भारतीय प्रशंसक इसको लेकर काफी उत्सुक थे। जब मैंने अपनी पहली फाइट में दिग्गज रे मिस्टिरियो को हराया तो वह पल मैं आज तक नहीं भूल पाता हूं।'