AIFF Elections: बाइचुंग भूटिया ने समर्थन नहीं करने के पीछे राजनीतिक दबाव का आरोप लगाया
भारतीय फुटबाल के सबसे बड़े दिग्गजों में से एक 45 साल के भूटिया दो सितंबर को होने वाले चुनावों में एआइएफएफ अध्यक्ष पद के लिए कल्याण चौबे की चुनौती का सामना कर रहे है। चौबे मोहन बागान और ईस्ट बंगाल जैसे बड़े क्लबों के पूर्व गोलकीपर है।
By Piyush KumarEdited By: Updated: Mon, 29 Aug 2022 02:12 AM (IST)
गंगटोक, एजेंसी : भारत के पूर्व कप्तान और अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआइएफएफ) के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार बाइचुंग भूटिया ने रविवार को आरोप लगाया कि राजनीतिक दबाव के कारण उनका गृह राज्य इकाई सिक्किम एफए आगामी आम चुनाव में उनका समर्थन नहीं कर रहा है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, भारतीय फुटबाल के सबसे बड़े दिग्गजों में से एक 45 साल के भूटिया दो सितंबर को होने वाले चुनावों में एआइएफएफ अध्यक्ष पद के लिए कल्याण चौबे की चुनौती का सामना कर रहे है।
भूटिया ने सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा पर लगाया है आरोप
चौबे मोहन बागान और ईस्ट बंगाल जैसे बड़े क्लबों के पूर्व गोलकीपर है। वह बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता है और उन्हें गुजरात और अरुणाचल प्रदेश जैसे राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य संघों से समर्थन प्राप्त है। भूटिया के नामांकन को आंध्र प्रदेश और राजस्थान राज्य संघों द्वारा क्रमश: प्रस्तावित और अनुमोदित किया गया था। उन्हें इसमें अपने राज्य संघ से समर्थन नहीं मिला। भूटिया ने आरोप लगाया कि राज्य में सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) पार्टी के नेता मेनला एथेनपा (सिक्कम एफए के अध्यक्ष) पर उनके विरुद्ध वोट करने के लिए दबाव डाल रहे है।
उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि एसकेएम पार्टी के कुछ नेता चुनाव में दखल देने की कोशिश कर रहे हैं। मैं वास्तव में एथेनपा का वोट नहीं चाहता, लेकिन राजनीति से जुड़े लोगों के दखल देने से राज्य और पूरे देश में फुटबाल के विकास में बाधा उत्पन्न होगी।'
समीक्षा में सभी 20 नामांकन वैध पाए गए
एआइएफएफ के दो सितंबर को होने वाले चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी ने रविवार को सभी 20 नामांकन पत्रों को जांच के बाद वैध पाया।ये 20 नामांकन पत्र अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष के पदों के लिए दो-दो उम्मीदवारों और कार्यकारी समिति के सदस्यों के लिए 14 उम्मीदवारों से संबंधित हैं। निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने कहा,'अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और कार्यकारी समिति के सदस्यों के नामांकन पत्रों की जांच के बाद सभी 20 नामांकन पत्र वैध पाए गए हैं।' एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष, एक कोषाध्यक्ष और 14 कार्यकारिणी सदस्यों के पदों के लिए चुनाव होना है।