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Paris Olympics: कांस्य के साथ अमन ने जारी रखी छत्रसाल स्टेडियम की जीत की परंपरा, मिला छठा पदक

गुरुवार को छत्रसाल स्टेडियम में खिलाड़ियों ने स्क्रीन पर अपने साथी पहलवान अमन सहरावत का लाइव प्रसारण देखा। मुकाबले के दौरान 21 वर्षीय अमन जब प्रतिद्वंद्वी पहलवान प्यूर्टो रिको के डैरियन टोई क्रूज पर भारी पड़े तो साथी खिलाड़ी जोश में उछलने लगे। जब जीत की घोषणा हुई तो खिलाड़ी व कोच झूम उठे। छत्रसाल स्टेडियम से कुश्ती में छठा पदक मिला है।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Sat, 10 Aug 2024 02:00 AM (IST)
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अमन की जीत पर खुशी से झूम उठे साथी पहलवान और कोच

निखिल पाठक, नई दिल्ली। भारत के इकलौते पुरुष पहलवान अमन सहरावत ने गुरुवार को फ्रीस्टाइल 57 किग्रा भारवर्ग में कांस्य पदक जीतकर कुश्ती का 'मंदिर' कहे जाने वाले छत्रसाल स्टेडियम से जीत की परंपरा को जारी रखा है। इससे पहले इसी स्टेडियम के पहलवानों ने ओलिंपिक में भारत को कुश्ती में पांच पदक दिए हैं। अमन की जीत पर छत्रसाल स्टेडियम में साथी पहलवान और प्रशिक्षकों खुशी से झूम उठे।

झूम उठे खिलाड़ी और कोच

गुरुवार को छत्रसाल स्टेडियम में खिलाड़ियों ने स्क्रीन पर अपने साथी पहलवान अमन सहरावत का लाइव प्रसारण देखा। मुकाबले के दौरान 21 वर्षीय अमन जब प्रतिद्वंद्वी पहलवान प्यूर्टो रिको के डैरियन टोई क्रूज पर भारी पड़े, तो साथी खिलाड़ी जोश में उछलने लगे। जब जीत की घोषणा हुई तो खिलाड़ी व कोच झूम उठे।

सहायक कोच जयवीर का कहना है कि अमन की मेहनत व पदक की चाहत उन्हें आगे बढ़ा रही है। कोटा पाने के बाद वह ईमानदारी से अपनी मेहनत करते रहे हैं। इसी स्टेडियम से ओलिंपिक में कुश्ती में अभी तक भारत ने पांच पदक जीते थे। छठा पदक अमन ने जीतकर स्टेडियम की परंपरा को जारी रखा है।

प्रमुख कोच द्रोणाचार्य अवार्डी ललित कुमार ने बताया कि ओलिंपिक में देश के लिए पदक जीतने का अमन का सपना था। मुकाबले में अमन ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। ललित कुमार ने बताया कि अमन छत्रसाल स्टेडियम में सुबह साढ़े चार बजे से आठ बजे तक और शाम को पांच बजे से साढ़े सात बजे तक मैट पर अभ्यास करते थे। अमन वर्ष 2014 के अंत से ही छत्रसाल स्टेडियम में अभ्यास कर रहे हैं।

ओलिंपिक में कोटा प्राप्त करने वाले इकलौते पहलवान थे अमन

बीते कुछ समय से भारत में कुश्ती का अफरातफरी वाला दौर रहा है। ऐसे दौर में भी छत्रसाल स्टेडियम के 20 वर्षीय युवा पहलवान अमन सहरावत ने पेरिस ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए अपनी प्रतिभा के दम पर जगह बनाई थी। देश के लिए स्वर्ण पदक प्राप्ति की जिद में अमन ने चैन की नींद को त्याग दिया था। वह दिन-रात कई घंटों तक अभ्यास करने में व्यस्त रहते थे।

बता दें कि एशियाई चैंपियन सहरावत ने तुर्किए के इस्तांबुल में विश्व कुश्ती ओलिंपिक क्वालीफायर में पुरुषों के 57 किग्रा में पेरिस कोटा हासिल किया था। सहरावत ने ओलंपिक 2024 के लिए कुश्ती में भारत का छठा कोटा हासिल करने के लिए सेमीफाइनल मुकाबले में एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता उत्तर कोरिया के चोंगसोंग हान को 12-2 के अंतर से पराजित किया था। इस वर्ष ओलिंपिक कोटा प्राप्त करने वाले इकलौते पुरुष पहलवान अमन से भारतीयों को उम्मीदें रहेंगी।

अमन की उपलब्धियां

- साल 2023 में चीन के हांगझू में आयोजित एशियाई खेलों में कांस्य पदक

- वर्ष 2023 कजाकिस्तान में आयोजित सीनियर एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक

- वर्ष 2022 में अंडर-23 विश्व खिताब जीता

- वर्ष 2021 में कैडेट विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक

ओलिंपिक में कुश्ती में भारत के कुल पदक

1952 हेलसिंकी ओलिंपिक- केडी जाधव- कांस्य पदक (57 क्रिगा)

2008 बीजिंग ओलिंपिक- सुशील कुमार- कांस्य पदक (66 किग्रा)

2012 लंदन ओलिंपिक- सुशील कुमार- रजत पदक (66 किग्रा)

2012 लंदन ओलिंपिक- योगेश्वर दत्त- कांस्य पदक (60 किग्रा)

2016 रियो ओलिंपिक- साक्षी मलिक- कांस्य पदक (58 किग्रा)

2020 टोक्यो ओलिंपिक- रवि दहिया- रजत पदक (57 किग्रा)

2020 टोक्यो ओलिंपिक- बजरंग पुनिया- कांस्य पदक (65 किग्रा)

2024 पेरिस ओलिंपिक- अमन सहरावत- कांस्य पदक (57 किग्रा)