Anish Sarkar: शतरंज की बिसात पर नन्हे अनीश ने रच डाला इतिहास, 3 साल की उम्र में किया बड़ा कारनामा
तीन साल के अनीश सरकार मात्र तीन साल आठ महीने और 19 दिन की उम्र में फिडे रेटिंग हासिल कर दुनिया का सबसे युवा रेटेड शतरंज खिलाड़ी बन गया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड तेजस तिवारी के नाम दर्ज था जिसने पांच वर्ष की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी। अनीश के परिवार से कभी कोई पेशेवर शतरंज खिलाड़ी नहीं रहा। उसके पिता शौकिया शतरंज खेलते हैं।
विशाल श्रेष्ठ, जागरण, कोलकाता : तीन साल के अनीश को उसके माता-पिता यह सोचकर शतरंज अकादमी में भर्ती कराने ले गए थे कि आगे चलकर शतरंज खेले-न खेले, इसे सीखने से दिमाग थोड़ा तेज हो जाएगा, जो पढ़ाई में काम आएगा। उन्हें क्या पता था कि उनका लाल शतरंज की बिसात पर ऐसा दिमाग दौड़ाएगा कि इतिहास रच देगा। अनीश सरकार मात्र तीन साल, आठ महीने और 19 दिन की उम्र में फिडे रेटिंग हासिल कर दुनिया का सबसे युवा रेटेड शतरंज खिलाड़ी बन गया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड तेजस तिवारी के नाम दर्ज था, जिसने पांच वर्ष की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
परिवार का शतरंज से दूर-दूर तक नाता नहीं
अनीश के परिवार से कभी कोई पेशेवर शतरंज खिलाड़ी नहीं रहा। उसके पिता शौकिया शतरंज खेलते हैं। मां आर सरकार ने बताया-'अनीश के मामा पिछले साल चेस बोर्ड लेकर आए थे, जिसे देखकर उसकी इस खेल में दिलचस्पी जगी। पिता ने उसे मोहरों, उनकी चालों व खेल के नियमों के बारे में बताया। अनीश चंद दिनों में सबकु समझ गया और फिर जब पिता के साथ खेलने बैठा तो कुछ ही चालों में उन्हें हरा दिया। तब से आज तक उसके पिता उसे एक बार भी हरा नहीं पाए हैं।
शतरंज के वीडियो देखकर निखारा खेल
पिता से शतरंज की बुनियादी चीजें सीखने के बाद अनीश ने यूट्यूब पर इसके वीडियो देखकर अपना खेल निखारा। मां ने कहा-'हमें तब भी मालूम नहीं था कि अनीश शतरंज में इतना माहिर है। हम उसे इस साल मार्च में ग्रैंडमास्टर दिब्येंदु बरुआ की शतरंज अकादमी यह सोचकर ले गए थे कि इसे खेलकर दिमाग थोड़ा और तेज हो जाएगा तो पढ़ाई में काम आएगा। वहां आम तौर पर पांच साल से कम उम्र के बच्चों को भर्ती नहीं लिया जाता, लेकिन अनीश ने ट्रायल के दौरान अपने खेल से वहां के प्रशिक्षकों को दंग कर दिया और उन्होंने तुरंत उसे भर्ती ले लिया। अनीश अकादमी में छह-सात घंटे अभ्यास करता है।यूं रचा इतिहास
वर्ल्ड चेस फेडरेशन (फिडे) की ओर से रेटिंग दी जाती है। आरंभिक रेटिंग 1,400 से शुरू होती है, जिसे अर्जित करने के लिए पांच रेटेड खिलाडिय़ों के खिलाफ करीब दो महीने के अंदर एक या दो टूर्नामेंट खेलने होते हैं और उनमें कम से कम एक अंक प्राप्त करना होता है। अनीश ने पांच में दो अंक प्राप्त किए और प्रदर्शन के हिसाब से 1,555 रेटिंग प्राप्त की। अनीश ने पिछले महीने वेस्ट बंगाल स्टेट अंडर-9 ओपन टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और उसमें संभावित 8 में 5.5 अंक अर्जित किए। इस टूर्नामेंट में उसने दो फिडे रेटेड खिलाडिय़ों आरव चटर्जी व अहिलान बैश्य को हराया, जो उम्र में उससे बड़े थे।
अनीश में ईश्वर प्रदत्त प्रतिभा : दिब्येंदु
अनीश की विलक्षण प्रतिभा देख ग्रैंडमास्टर दिब्येंदु बरुआ भी दंग हैं। उन्होंने कहा-'अनीश में ईश्वर प्रदत्त प्रतिभा है। उसका दिमाग बेहद तेज है, जो शतरंज के खेल में बहुत जरुरी है। उसकी एक बड़ी खूबी यह है कि वह किसी भी चीज को बहुत जल्दी समझ व सीख लेता है। अनीश कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले के कैखाली इलाके का रहने वाला है। उसका जन्म 26 जनवरी, 2021 को हुआ। वह स्थानीय सेंट जेम्स स्कूल में लोअर नर्सरी का छात्र है। उसके पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक और मां सामान्य गृहिणी हैं।कार्लसन भी हुए कायल
अनीश की प्रतिभा देख दुनिया के नंबर एक शतरंज खिलाड़ी नार्वे के मैग्सन कार्लसन भी उसके कायल हो गए। कोलकाता में हालिया संपन्न टाटा स्टील चेस इंडिया टूर्नामेंट में शिरकत करने आए कार्लसन की जब अनीश से मुलाकात हुई तो वे भी उसकी प्रतिभा देखकर मुग्ध हो गए और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। अनीश कार्लसन को अपना आदर्श मानता है। भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद, अर्जुन एरिगेसी, दिब्येंदु बरुआ और सूर्यशेखर गांगुली भी उसे पसंद हैं।
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