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कौन हैं R Praggnanandhaa? वित्त मंत्री ने 2024 बजट सत्र में किया जिक्र, युवा के शतरंज चैंपियन बनने तक का सफर है बेहद दिलचस्‍प

गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने साल 2024 का बजट पेश किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने भी आज के बजट में भारत के शतरंज के चैंपियन आर प्रगनानंद की तारीफ की। मंत्री ने भारतीय एथलीट्स की जमकर तारीफ की। पिछले साल के एशियन गेम्स और पेरा एशियन गेम्स में एथलीट्स के दमदार प्रदर्शन पर मंत्री ने सराहना की।

By Geetika SharmaEdited By: Geetika SharmaUpdated: Thu, 01 Feb 2024 02:25 PM (IST)
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वित्त मंत्री ने शतरंज के चैंपियन आर प्रगनानंद की तारीफ की। फोटो- एक्स
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Finance Minister Nirmala Sitharaman lauds at R Praggnanandhaa: गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने साल 2024 का बजट पेश किया। इस बीच देश में शतरंज को लेकर लोगों का ध्यान और दुनियाभर में शतरंज में भारत का नाम रोशन करने में 18 वर्षीय रमेशबाबू प्रगनानंद का बड़ा हाथ है।

शतरंज चैंपियन की तारीफ में बोलीं वित्त मंत्री

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने भी आज के बजट में भारत के शतरंज के चैंपियन आर प्रगनानंद की तारीफ की। मंत्री ने भारतीय एथलीट्स की जमकर तारीफ की। पिछले साल के एशियन गेम्स और पेरा एशियन गेम्स में एथलीट्स के दमदार प्रदर्शन पर मंत्री ने सराहना की।

देश में 80 से ज्यादा ग्रैंडमास्टर 

मंत्री ने कहा कि देश ने एशियन गेम्स और पेरा एशियन गेम्स में इतिहास रचते हुए पहली बार सबसे ज्यादा मेडल जीते। इसके बाद सीतारमन ने कहा कि "शतरंज के प्रतिभाशाली खिलाड़ी और हमारे नंबर 1 खिलाड़ी प्रगनानंद ने 2023 में विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन के खिलाफ कड़ी लड़ाई लड़ी। आज भारत में 80 से अधिक शतरंज ग्रैंडमास्टर हैं जबकि 2010 में केवल 20 से अधिक थे।"

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प्रगनानंद का चैंपियन बनने का सफर

10 अगस्त 2005 को चेन्नई में जन्मे प्रगनानंद 12 साल की उम्र में ही ग्रैंडमास्टर बन गए थे। वे 2014 में अंडर 8 और 2015 में अंडर 10 विश्व चैंपियन बने थे। 12 साल 10 महीने और 13 दिन की उम्र में 2018 में वह भारत की ओर से बनने वाले सबसे युवा ग्रैंडमास्टर थे और उन्होंने इस मामले में भारत के विश्वनाथन आनंद का रिकॉर्ड तोड़ा था, जो 18 साल की उम्र में भारत के  ग्रैंडमास्टर बने थे।

दुनिया के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर हैं प्रगनानंद 

साथ ही  प्रगनानंद दुनिया के दूसरे सबसे युवा  ग्रैंडमास्टर थे। उनसे पहले यूक्रेन के सिर्जी कर्जाकिन 1990 में 12 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर बने थे। इसके बाद अब पिछले साल 2023 में उन्होंने नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन के खिलाफ विश्व कप फाइनल का मुकाबला खेला था। हालांकि वे चैंपियन बनने से चूक गए थे। वे सबसे युवा वर्ल्ड कप फाइनल खेलने वाले खिलाड़ी बन गए थे।  

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