Special Olympics में भारत को मिला एक और सिल्वर मेडल, विजेता दिनेश उम्रभर जारी रखना चाहते हैं स्विमिंग
Silver medal in Special olympics Games स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स में 50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक लेवल ए इवेंट में सिल्वर मेडल जीता है। 22 साल के दिनेश को बोलने में परेशानी सीखने में दिक्कत के साथ-साथ कम आईक्यू लेवल है लेकिन उनकी मां ने उन्हें स्विमिंग के लिए प्रेरित किया। सतीश की ट्रेनिंग की बदौलत दिनेश 50 मीटर ब्रेस्ट फाइनल में फिनिश लाइन में पहुंचे।
By Jagran NewsEdited By: Geetika SharmaUpdated: Thu, 22 Jun 2023 04:54 PM (IST)
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। मल्टी-स्पोर्ट प्रतियोगिता एक बड़ा आयोजन होता है। हर खेल, हर एथलीट और कोच चरित्र और व्यवहार में अलग होता है। इस सबके बीच स्विमिंग सबसे अलग तरह का खेल है, लेकिन स्पेशल ओलंपिक में न तो स्टैंड में खड़े होकर कोई आपका नाम चिल्लाता है और न ही कड़े निर्देश हैं। इसके बावजूद एथलीट तपती गर्मी में आगे बढ़ रहे हैं। ऐसी ही कहानी भारतीय स्विमिंग एथलीट दिनेश की है।
स्विमिंग में सिल्वर मेडल-
दिनेश कुमार शनमुगम ने स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स में 50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक लेवल ए इवेंट में सिल्वर मेडल जीता है। 22 साल के दिनेश को बोलने में परेशानी, सीखने में दिक्कत के साथ-साथ कम आईक्यू लेवल है। एथलीट दिनेश की मां गणेशवल्ली ने उन्हें स्विमिंग के लिए प्रेरित किया, जो उन्हें हर रोज पूल पर लेकर आती थी।
मां ने किया स्विमिंग करने को प्रेरित-
दिनेश की मां ने उन्हें स्विमिंग की ट्रेनिंग दिलाई, जहां अक्सर स्पेशल बच्चों (मानसिक दिव्यांग) को ट्रेनिंग देने के लिए कोच नहीं होते, लेकिन अब वे सिल्वर मेडल लेकर आए हैं। पांच साल पहले एक स्थानीय स्विमिंग प्रतियोगिता में मणिकंदन सुब्रमण्यम और लता ने पहली बार दिनेश को देखा था। उनके बेटे गोकुल श्रीनिवासन ने 2019 में अबू धाबी में विश्व खेलों में स्विमिंग में दो मेडल (1500 मीटर फ्रीस्टाइल में गोल्ड और 800 मीटर फ्रीस्टाइल में सिल्वर) जीते थे, जिन्होंने चेन्नई में वेलाचेरी सतीश के तहत ट्रेनिंग ली थी।विजुअल कम्युनिकेशन में कर रहे ग्रेजुएशन-
सतीश ब्रियो स्पोर्ट्स एकेडमी फॉर स्पेशल नीड्स में मुख्य तैराकी कोच हैं। मणिकंदन और लता दिनेश को सतीश से मिलवाया। सतीश की बदौलत दिनेश 50 मीटर ब्रेस्ट फाइनल में फिनिश लाइन में पहुंचे, जहां उन्होंने सिल्वर मेडल जीता।
दिनेश जैन कॉलेज चेन्नई में बीएससी विजुअल कम्युनिकेशन के फाइनल ईयर के छात्र है, जो जीवन भर स्विमिंग को अपने जारी रखना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने परिवार से पूछते हैं कि बर्लिन कैसा है, स्टेडियम कैसा है और वह उन्हें सब बताते हैं।