Paris Paralympics 2024: पेरिस पैरालंपिक में इतिहास रचने को तैयार भारतीय एथलीट
Paris Paralympics 2024 ओलंपिक खेलों के सफल आयोजन के बाद पेरिस शहर पैरालंपिक की मेजबानी करने के लिए तैयार है। बुधवार से शुरू होने वाले पैरालंपिक खेलों में दुनियाभर से 4400 एथलीट 11 दिन तक 22 खेलों में 549 पदक जीतने के लिए जोर लगाएंगे। भारतीय पैरा पेरिस जब उतरेंगे तो उनकी नजरें रिकार्ड पदक जीतकर नया इतिहास रचने पर होंगी।
नई दिल्ली, जेएनएन: ओलंपिक खेलों के सफल आयोजन के बाद पेरिस शहर पैरालंपिक की मेजबानी करने के लिए तैयार है। बुधवार से शुरू होने वाले पैरालंपिक खेलों में दुनियाभर से 4400 एथलीट 11 दिन तक 22 खेलों में 549 पदक जीतने के लिए जोर लगाएंगे। भारतीय पैरा पेरिस जब उतरेंगे तो उनकी नजरें रिकार्ड पदक जीतकर नया इतिहास रचने पर होंगी। भारत ने पेरिस पैरालंपिक में 84 सदस्यीय दल भेजा है, जो अब तक के इतिहास में सबसे बड़ा दल है।
टोक्यो में जीते 19 मेडल
भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में पांच स्वर्ण सहित 19 पदक जीते थे और ओवरआल रैंकिंग में 24वें स्थान पर रहा था। इसके तीन साल बाद भारत का लक्ष्य स्वर्ण पदकों की संख्या दोहरे अंक में पहुंचाने और कुल 25 से अधिक पदक जीतना है। भारत ने यह लक्ष्य इसलिए तय किया है क्योंकि इस बार उसका सबसे बड़ा दल इन खेलों में भाग लेगा। इसके अलावा भारतीय खिलाड़ियों ने हाल में अच्छा प्रदर्शन करके उम्मीदें बढ़ा दी हैं।
भारत ने पिछले साल हांगझू एशियाई पैरा खेलों में 29 स्वर्ण सहित रिकॉर्ड 111 पदक जीते थे। इसके बाद मई में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने छह स्वर्ण पदक सहित 17 पदक अपने नाम किए थे। एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले कई खिलाड़ी पैरालंपिक टीम में शामिल हैं। इनमें विश्व रिकार्डधारी भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल (एफ64) और राइफल निशानेबाज अवनि लेखरा (10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिग एसएच1) जैसे शीर्ष सितारे शामिल हैं। ये दोनों टोक्यो में जीते स्वर्ण पदक का बचाव करने उतरेंगे।
भारत के लिए पैरा एथलेटिक्स टीम ने अतीत में अच्छा प्रदर्शन किया है और इस बार भी एथलेटिक्स में भाग ले रहे 38 खिलाड़ियों से देश को काफी उम्मीद है। पदक के अन्य प्रमुख दावेदारों में पैरा तीरंदाज शीतल देवी शामिल हैं, जो अपने पैरों से निशाना लगाती है। उनके अलावा होकाटो सेमा (शाटपुट) और नारायण कोंगनापल्ले (रोवर) और कई अन्य खिलाड़ी पदक के दावेदार हैं।निशानेबाज मनीष नरवाल और बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्णा नागर भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जो पिछले पैरालंपिक में जीते गए अपने स्वर्ण पदक का बचाव करने के लिए उतरेंगे। दीप्ति जीवनजी (महिलाओं की 400 मीटर टी20), रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलु (पुरुषों की ऊंची कूद टी63) और योगेश कथुनिया (पुरुष डिस्कस थ्रो - एफ56) पदक जीतने के दावेदारों में शामिल हैं।
सुमित अंतिल और भाग्यश्री होंगे ध्वजवाहक
एशियाई पैरा खेलों में एफ34 स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाले सुमित अंतिल और शाट पुटर भाग्यश्री जाधव पेरिस पैरालंपिक खेलों के इतिहास में पहली बार किसी स्टेडियम के बाहर आयोजित होने वाले उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक होंगे। पेरिस ओलंपिक का उद्घाटन समारोह भी स्टेडियम के बाहर सीन नदी पर किया गया था।