दिल मांगे मोर! Special Olympics World Summer Games 2023 में भारतीय दल ने 50 पदक का आंकड़ा किया पार
Special Olympics World Summer Games 2023 50 Medals India has Achieved। बर्लिन में खेले जा रहे स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स 2023 (Special Olympics World Summer Games 2023) में भारतीय दल ने 50 पदक का आंकड़ा पार कर लिया है। बता दें कि 5 अलग- अलग खेलों में (एथलीट साइक्लिंग पारवलिफ्टिंग रोलर स्कैटिंग और स्विमिंग) में बुधवार यानी 21 जून तक भारत ने 55 मेडल अपने नाम कर लिए है।
By Priyanka JoshiEdited By: Priyanka JoshiUpdated: Thu, 22 Jun 2023 03:31 PM (IST)
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। Special Olympics World Summer Games 2023 50 Medals India। बर्लिन में खेले जा रहे स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स 2023 (Special Olympics World Summer Games 2023) में भारतीय दल ने 50 पदक का आंकड़ा पार कर लिया है। बता दें कि 5 अलग खेल (एथलीट, साइक्लिंग, पारवलिफ्टिंग, रोलर स्कैटिंग और स्विमिंग) में बुधवार यानी 21 जून तक भारत ने 55 मेडल अपने नाम कर लिए है।
बुधवार को भारत ने 5 मेडल स्विंमिंग में जीते, जिसमें 3 गोल्ड, एक सिल्वर और एक कांस्य मेडल रहा। वहीं, साइक्लिंग में भारत के नाम 6 मेडल रहे, जिसमें 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और एक कांस्य पदक रहा।
Special Olympics World Summer Games 2023: भारतीय दल ने 50 पदक का आंकड़ा किया पार
स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड गेम्स में विश्व खेलों में साइकिलिंग प्रतियोगिता यकीनन सबसे ज्यादा लाइमलाइट लूटती हुई नजर आ रही है, ऐसा इसलिए क्योंकि यह ब्रांडेनबर्ग गेट के बगल में स्थित है। ब्रांडेनबर्ग गेट न केवल बर्लिन और जर्मनी के लिए, बल्कि पूरे यूरोप के लिए एक लैंडमार्क है।1788 से 1791 के बीच में बना बर्लिन का ब्रांडेनबर्ग गेट शहर के सबसे प्रतिष्ठित और लोकप्रिय स्मारकों में से एक है। ये आधुनिक इतिहास का इकलौता ऐसा देश है जो पहले टूटा और फिर एक हो गया। शीत युद्ध के दौरान जर्मनी विचारधारओं के आधार पर दो हिस्सों में बंट जाने के बाद भी ये गेट विभाजन के बाद एकता का प्रतीक माना जाता है।इस जगह पर बुधवार को भारत ने इतिहास रचा, जहां साइक्लिंग टीम के प्रत्येक सदस्य ने पदक जीतकर विदेश में अपने देश का तिरंगा फहराया।
नील यादव ऐसा करने वाले पहले व्यक्ति बने, जिन्होंने 5 किमी रोड रेस में कांस्य पदक जीतकर साइक्लिंग प्रतियोगिता की शुरुआत की। यादव के पदक ने पूरे समूह को आत्मविश्वास दिया, और लंच ब्रेक के बाद, हर कोई परीक्षणों का अधिकतम लाभ उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार हो गया। शिवानी, नील यादव और इंदु प्रकाश ने 1 किमी टाइम ट्रायल में स्वर्ण पदक जीते, जबकि कल्पना जेना और जयसीला अर्बुथराज ने रजत पदक जीता।
पूल में, फ्रीस्टाइल तैराकों, दीक्षा जितेंद्र शिरगांवकर, पूजा गिरिधरराव गायकवाड़ा और प्रसादधि कांबले के स्वर्ण पदक जीतने के कारण भारत के पदकों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई। वहीं, माधव मदान ने अपनी संख्या में एक और पदक जोड़ा (स्वर्ण, 25 मीटर फ्रीस्टाइल) और सिद्धांत मुरली कुमार ने 25 मीटर फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक जीता।