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भारतीय निशानेबाजों के साथ हो गई गड़बड़, अधिकारियों की लापरवाही ने कर दिया बड़ा खेल, खिलाड़ियों में नाराजगी

कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में 22 जून से शुरू हुई 23वीं प्री-यूपी स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में खिलाड़ियों के साथ गड़बड़ी हो गई। खिलाड़ी जितना स्कोर कर रहे थे मॉनिटर उतना स्कोर बता ही नहीं रहा था। निशानेबाजों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की थी लेकिन समय पर उचित कदम नहीं उठाया गया। इसी को लेकर निशानेबाजों में काफी नाराजगी है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Upadhyay Published: Tue, 25 Jun 2024 10:10 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jun 2024 10:10 PM (IST)
शूटिंग टूर्नामेंट में भारतीय निशानेबाजों के साथ हो गई गड़बड़

 निखिल पाठक, नई दिल्ली: तुगलकाबाद स्थित डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में दस मीटर एयर पिस्टल और दस मीटर एयर राइफल वाले हॉल में सेंसर व मॉनिटर में गड़बड़ी होने का मामला सामने आया। सेंसर व मॉनिटर में गड़बड़ी होने से खिलाड़ियों ने नाराजगी जाहिर की। खिलाड़ियों ने आरोप लगाया कि मशीनों में गड़बड़ी होने से उनके स्कोर काफी कम हुए। जिससे वह पदक प्राप्त करने से चूक गए।

वह टारगेट पर बीच में शूट भी करते थे, तो सेंसर खराब होने के कारण मॉनिटर काफी कम स्कोर दिखाता था या फिर एरर लिखा आता था। खिलाड़ियों ने कहा कि हजार से अधिक रुपये फीस देने के बाद भी सुविधाओं में कमी ही मिली। स्कोर कम होने से खिलाड़ियों का मनोबल भी टूटा। खिलाड़ियों ने कहा कि उन्होंने मशीनों में दिक्कत होने की बात वरिष्ठ अधिकारियों से भी की थी, लेकिन वे हर बात को गलत ही बताते रहे।

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चैंपियनशिप में हुई गड़बड़ी

दरअसल, शूटिंग रेंज में 22 जून से शुरू हुई 23वीं प्री-यूपी स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप का समापन मंगलवार को हुआ। इसका आयोजन यूपी स्टेट राइफल एसोसिएशन (यूपीएसआरए) की ओर से किया गया था। इसमें डेढ़ हजार से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया था। इसमें कुछ नए खिलाड़ी थे (एनआर) और कुछ आइएसएसएफ खिलाड़ी (जो नेशनल खेल चुके होते हैं) थे। रेंज में दस मीटर एयर पिस्टल और एयर राइफल वाले खिलाड़ियों को खराब सेंसर और मॉनिटर की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लखनऊ के एक खिलाड़ी ने बताया कि वह टारगेट के बीच में शूट करते थे, तो मॉनिटर चार या पांच अंक दिखाता था।

कभी-कभी तो एरर ही लिखा मिलता था। इसी कड़ी में एक अन्य बालिका वर्ग की खिलाड़ी ने बताया कि स्कोर कम होने से मनोबल टूटता है। खिलाड़ी को लगता है कि कमी उसमें है, जबकि दिक्कत मशीन में थी। कुछ खिलाड़ियों ने कहा कि इसी रेंज पर पांच जुलाई से राज्य स्तरीय शूटिंग चैंपियनशिप होने जा रही है। यदि दिक्कतों का समाधान नहीं किया गया तो, नेशनल में पहुंचना मुश्किल होगा।

महासचिव ने दी सफाई

इसे लेकर यूपीएसआरए के महासचिव जीएस सिंह ने कहा," चैंपियनशिप में जिस भी खिलाड़ी ने मुझसे सेंसर या मॉनिटर में फॉल्ट होने की शिकायत की, मैंने तुरंत उसकी जांच कराकर उनको दोबारा शूट करने का मौका दिलाया। यह एशिया की सबसे बेहतर शूटिंग रेंज है। यहां पर पेरिस ओलंपिक में जाने वाले खिलाड़ी भी अभ्यास करते हैं। हमारा प्रयास रहता है कि खिलाड़ियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।"

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