Move to Jagran APP

Saina Nehwal की दुश्‍मन बनी खास बीमारी, बैडमिंटन से कब लेंगी संन्‍यास; खुद किया बड़ा खुलासा

साइना नेहवाल ने खुलासा किया है कि वह गठिया से जूझ रही हैं। उन्हें साल के अंत तक अपने भविष्य के बारे में फैसला करना होगा। 2012 लंदन ओलंपिक में भारत के लिए कांस्य पदक जीतने वाली नेहवाल को आखिरी बार एक साल से अधिक समय पहले सिंगापुर ओपन में देखा गया था। नेहवाल ने इस बात के संकेत दिए हैं कि वह अपने करियर के अंतिम दौर में हैं।

By Rajat Gupta Edited By: Rajat Gupta Updated: Tue, 03 Sep 2024 10:10 PM (IST)
Hero Image
साइना नेहवाल ने दिए बड़े संकेत। इमेज- सोशल मीडिया
 स्‍पोर्ट्स डेस्‍क, नई दिल्‍ली। भारतीय स्टार शटलर साइना नेहवाल ने खुलासा किया है कि वह गठिया से जूझ रही हैं। उन्हें साल के अंत तक अपने भविष्य के बारे में फैसला करना होगा। 2012 लंदन ओलंपिक में भारत के लिए कांस्य पदक जीतने वाली नेहवाल को आखिरी बार एक साल से अधिक समय पहले सिंगापुर ओपन में देखा गया था। तब वह पहले दौर में ही बाहर हो गई थीं।

करियर के अंतिम दौर में

नेहवाल ने इस बात के संकेत दिए हैं कि वह अपने करियर के अंतिम दौर में हैं। नेहवाल ने पॉडकास्ट 'हाउस ऑफ ग्लोरी' में निशानेबाज गगन नारंग से कहा, "घुटना बहुत अच्छा नहीं है। मुझे गठिया है। मेरा कार्टिलेज खराब हो गया है। आठ-नौ घंटे तक जोर लगाना बहुत मुश्किल है।"

दो घंटे की ट्रेनिंग पर्याप्त नहीं

उन्‍होंने कहा, "ऐसी स्थिति में आप दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को कैसे चुनौती देंगे? मुझे लगता है कि मुझे इसे कहीं न कहीं स्वीकार करना होगा। क्योंकि हाइएस्‍ट लेवल के खिलाड़ियों के साथ खेलने और अच्‍छे रिजल्‍ट प्राप्त करने के लिए दो घंटे की ट्रेनिंग पर्याप्त नहीं है।"

रिटायरमेंट के बारे में सोच रही हैं

साइना नेहवाल ने खुलासा किया कि वह रिटायरमेंट के बारे में सोच रही हैं। उन्‍होंने कहा, "मैं भी रिटायरमेंट के बारे में सोच रही हूं। यह दुखद होगा क्योंकि यह एक सामान्य व्यक्ति द्वारा की जाने वाली नौकरी की तरह है। जाहिर है एक खिलाड़ी का करियर हमेशा छोटा होता है। मैंने 9 साल की उम्र में शुरुआत की थी। मैं अगले साल 35 की हो जाऊंगी।

ये भी पढ़ें: Saina Nehwal पर किया था अपमानजनक कमेंट, अब Gautam Gambhir के चेले ने मांगी माफी; जानिए क्‍या है पूरा मामला

मेरा करियर लंबा रहा

साइना नेहवाल ने कहा, "मेरा भी लंबा करियर रहा है और मुझे उस पर बहुत गर्व है। मैंने अपने शरीर को काफी हद तक तोड़ दिया है। मैंने जो किया है और सब कुछ दिया है उससे मैं खुश हूं। मैं इस साल के अंत तक आकलन करूंगी कि मैं कैसा महसूस करती हूं।

ओलंपिक में कॉम्पिटिशन करना बचपन का सपना होता है। आप उस स्तर तक पहुंचने के लिए वर्षों तक तैयारी करते हैं। इसलिए, कई बार जब आपको एहसास होता है कि आप इसे हासिल नहीं कर पाएंगे, तो बहुत दुख होता है।"

ये भी पढ़ें: 'Bumrah मेरे 300Kmph स्मैश शॉट को नहीं झेल पाएंगे', Saina Nehwal ने आखिर क्यों कहा ऐसा, जिससे हर कोई हो गया हैरान