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खेल मंत्री ने दिया आश्वासन, विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगे भारतीय पहलवान

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के उसके कामकाज में सरकारी हस्तक्षेप का हवाला देकर आगामी विश्व चैंपियनशिप से हटने के फैसले से प्रभावित पहलवानों ने शुक्रवार को केन्द्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया से इस मामले को सुलझाने की मागं की। डब्ल्यूएफआई के फैसले से प्रभावित 12 पहलवान मंत्री के आवास पर पहुंचे थे और मनसुख मांडविया से हस्तक्षेप करने के लिए कहा था।

By Jagran News Edited By: Umesh Kumar Updated: Fri, 25 Oct 2024 08:59 PM (IST)
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खेल मंत्री मनसुख मांडविया से की गई मामला सुलझाने की मांग।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के उसके कामकाज में सरकारी हस्तक्षेप का हवाला देकर आगामी विश्व चैंपियनशिप से हटने के फैसले से प्रभावित पहलवानों ने शुक्रवार को केन्द्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया से इस मामले को सुलझाने की मांग की। मांडविया ने कहा कि पहलवान खेलने के लिए जाएंगे और भारत के लिए पदक भी जीतेंगे।

डब्ल्यूएफआई के फैसले से प्रभावित 12 पहलवान मंत्री के आवास पर पहुंचे थे और मनसुख मांडविया से हस्तक्षेप करने के लिए कहा था। 28 अक्टूबर से अल्बानिया के तिराना में होने वाली सीनियर वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप पर केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, "पहलवानों ने मुझे इस मामले के बारे में बताया और मैंने निर्देश दिया कि मामला अदालत में चलेगा, लेकिन मेरे भारतीय पहलवान विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लें। हमारे पहलवान जाएंगे और मेडल लाएंगे। अगर कोई फेडरेशन अपनी क्षमता के हिसाब से अच्छा काम करता है तो सरकार उसकी मदद करती है। देश में खेलों की प्रगति हो और हमारे खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।"

खिलाड़ियों के हितों का रखा जाएगा ध्यान

टूर्नामेंट से भारतीय टीम की वापसी पर खेल मंत्री से मुलाकात के बाद डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा, हमने मंत्री (केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया) से बात की और उन्होंने कहा कि देश और खिलाड़ियों के हित में (पहलवानों की) टीम (विश्व चैंपियनशिप के लिए अल्बानिया) भेजी जाए और बाकी चीजों का ध्यान रखा जाएगा।

तैयारियों में जुटे पहलवान

बात दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) के उसके कामकाज में सरकारी हस्तक्षेप का हवाला देकर आगामी विश्व चैंपियनशिप से हटने के निर्णय से प्रभावित पहलवानों ने शुक्रवार को खेल मंत्री मनसुख मांडविया से इस मामले को सुलझाने की मांग की थी। डब्ल्यूएफआइ के निर्णय से प्रभावित 12 पहलवान मंत्री के आवास पर पहुंचे और उनसे हस्तक्षेप करने के लिए कहा।

इनमें से कुछ पहलवानों के माता-पिता भी उनके साथ थे। 12 गैर ओलंपिक वर्ग की विश्व चैंपियनशिप 28 अक्टूबर से अल्बानिया के तिराना में होनी है। डब्ल्यूएफआइ ने बुधवार को विश्व चैंपियनशिप से हटने का निर्णय किया था। उसने कुश्ती की विश्व संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू को बताया कि खेल मंत्रालय उसकी स्वायत्तता में हस्तक्षेप कर रहा है। एक अन्य पहलवान उदित ने कहा कि हम चाहते हैं कि खेल मंत्री इस मामले में हस्तक्षेप करें। हमारा वीजा, टिकट सबकुछ तैयार है, लेकिन अंत समय में हमें जाने से रोका जा रहा है।

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