VIDEO: लक्ष्य सेन ने पीएम मोदी के सामने की कोच प्रकाश पादुकोण की शिकायत! सख्त नियम का किया खुलासा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 अगस्त को पेरिस ओलंपिक्स में हिस्सा लेकर लौटे एथलीट्स से मुलाकात की। इस दौरान पीएम ने भारत युवा शटलर लक्ष्य सेन से बातचीत की। पीएम मोदी ने लक्ष्य को बताया कि वह एक सेलिब्रेटी बन गए हैं। इस पर लक्ष्य ने कहा कि उन्हें यह बाद में पता चला क्योंकि कोच प्रकाश पादुकोण ने उनका फोन रख लिया था।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर नई दिल्ली में पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों से मुलाकात की। उन्हें सम्मानित किया। इस दौरान पीएम ने लक्ष्य को बताया कि वह एक सेलिब्रेटी बन गए हैं। इस पर लक्ष्य ने बताया कि सोशल मीडिया पर उनके बारे में जो चर्चा हो रही थी, उसके बारे में उन्हें बहुत कम जानकारी थी। क्योंकि कोच ने उनका फोन अपने पास रख लिया था।
प्रकाश पादुकोण ने पेरिस ओलंपिक गेम्स में भारत की बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच का पद संभाला था। तब से खिलाड़ियों के साथ अपनी सख्ती के लिए उन्होंने काफी ख्याति अर्जित की है। वीडियो में पीएम मोदी ने लक्ष्य से पूछा कि क्या वह जानते हैं कि अब वह एक सेलिब्रेटी बन गए हैं। जिसके जवाब में लक्ष्य ने प्रकाश पादुकोण के सख्त नियमों का खुलासा किया।
#WATCH | PM Narendra Modi interacted with the Indian contingent that participated in #ParisOlympics2024, at his residence.
He said, "... It is an honour to have you all here... PR Sreejesh proved why he is known as 'The Wall'. Everyone who won a medal and even those who lost by… pic.twitter.com/8XMThnk67F
लक्ष्य सेन ने किया खुलासा
लक्ष्य ने पीएम मोदी से कहा, प्रकाश सर ने मेरा फोन रख लिया था और कहा था कि मैच के बाद ही मैं इसे वापस दूंगा, लेकिन हां, मुझे काफी समर्थन मिला। मैं यह कहना चाहूंगा कि पेरिस ओलंपिक मेरे लिए सीखने का एक अच्छा अनुभव था। यह थोड़ा दुखद भी था कि मैं इतने करीब आकर भी चूक गया। मैं अगली बार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा।
यह भी पढे़ं- Paris Olympics 2024: लक्ष्य सेन इतिहास रचने से चूके, ब्रॉन्ज मेडल मैच में ली जी जिया से मिली हार
सेमीफाइनल और ब्रॉन्ज मेडल मैच में मिली शिकस्त
बता दें कि लक्ष्य ने सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। इस दौरान उनके प्रतिद्वंद्वी और वर्ल्ड नंबर 1 शटलर विक्टर एक्सेलसन से भी बहुत समर्थन मिला था। हालांकि, लक्ष्य सेन ने सेमीफाइनल और ब्रॉन्ज मेडल दोनों ही गंवा दिया था। पादुकोण ने लक्ष्य के पदक से चूकने पर अपनी निराशा भी जाहिर की थी और इस बात जोर दिया था कि एथलीटों को कैसे जिम्मेदारी लेनी चाहिए।