National Sports Day: हॉकी से लेकर एथलेटिक्स तक, इन खेलों में भारत का बजा डंका; विश्व में शान से फहराया तिरंगा
आज खेल दिवस है। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर 29 अगस्त को खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत ने कुछ महानायकों के दम पर खेलों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। हॉकी से लेकर एथलेटिक्स तक भारत का वैश्विक मंचों पर भारत का डंका बजा है। ध्यानचंद का नाम भारतीय हॉकी के इतिहास में स्वर्णिम पन्नों में लिखा गया है।
By Jagran NewsEdited By: Priyanka JoshiUpdated: Tue, 29 Aug 2023 12:21 PM (IST)
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। National Sports Day 2023 आज खेल दिवस है। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर 29 अगस्त को खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत ने कुछ महानायकों के दम पर खेलों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। हॉकी से लेकर एथलेटिक्स तक भारत का वैश्विक मंचों पर भारत का डंका बजा है।
हॉकी के महान योद्धा ध्यानचंद
ध्यानचंद का नाम भारतीय हॉकी के इतिहास में स्वर्णिम पन्नों में लिखा गया है। उन्होंने अपने अद्भुत खेल के दम पर भारत को तीन बार ओलिंपिक स्वर्ण पदक दिलाया। उनकी मेहनत, समर्पण और अद्वितीय खेल दक्षता ने उन्हें ‘हॉकी के जादूगर’ के रूप में पुनर्जीवित किया।
फ्लाइंग सिख के नाम से प्रसिद्ध मिल्खा सिंह
‘फ्लाइंग सिख’ के नाम से प्रसिद्ध मिल्खा सिंह भारतीय ट्रैक एथलीट थे जिन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए और दुनिया में भारत का नाम रोशन किया। 1958 में 200 मीटर दौड़ और 1962 एशियाई खेलों में 400 मीटर दौड़ में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता। साथ ही 1958 में राष्ट्रमंडल खेलों में भी उन्होंने स्वर्ण जीता था।ट्रैक पर चमकने वाली सितारा पी.टी.ऊषा
भारतीय ट्रैक एथलीट पी.टी. उषा ने विश्व में अपनी गतिविधियों से लोगों को प्रभावित किया। उन्होंने एशियाई खेलों में 11 पदक जीते, जिसमें सियोल में वर्ष 1986 के संस्करण में चार स्वर्ण पदक जीतने का रिकॉर्ड भी शामिल है।
स्वर्णिम निशानेबाज अभिनव बिंद्रा
निशानेबाज अभिनव बिंद्रा पहले भारतीय हैं, जिन्होंने ओलिंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता। 2008 बीजिंग ओलिंपिक में अभिनव ने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्णिम निशाना लगाया था।छह बार की विश्व चैंपियन मैरी कॉम
‘मैगिक’ के नाम से मशहूर मैरी कॉम भारतीय महिला मुक्केबाज हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष से मुक्केबाजी में कई महत्वपूर्ण पदक अपने नाम किए। वह छह बार विश्व चैंपियन रही हैं। साथ ही 2012 ओलिंपिक में कांस्य पदक प्राप्त किया था।