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1904 ओलंपिक मैराथन की अजीबोगरीब रेस, किसी ने ली लिफ्ट तो कोई बीच में ही गया सो; पढ़‍िए हैरान कर देने वाले तीन किस्‍से

सेंट लुईस ओलंपिक 1904 में आयोजित 24.85 मील की दौड़ के दौरान खिलाड़ियों ने अजीबगरीबो हरकत की। किसी एथलीट ने लिफ्ट का सहारा लिया था तो कोई बीच रेस में ही सो गया था। किसी को कुत्ते ने दौड़ा लिया था। ओलंपिक के इतिहास में सेंट लुईस मैराथन को सबसे अजीबोगरीब रेस के नाम से जाना जाता है। फिनिश लाइन तक पहुंने वाले एथलीट ने यह सम्मान नहीं लिया था।

By Umesh Kumar Edited By: Umesh Kumar Updated: Fri, 26 Jul 2024 06:41 PM (IST)
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1904 ओलंपिक मैराथन के अजीबोगरीब तीन किस्से।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 2024 का आगाज हो गया है। खेलों के इस महाकुंभ में 206 देश के लगभग 10,500 खिलाड़ी अपनी प्रतिभाग का प्रदर्शन दिखाएंगे। ओलंपिक गेम्स में हर बार कुछ खिलाड़ी अपनी अद्भुत क्षमता का प्रदर्शन करते हैं। हर एथलीट की नजर अपने देश के लिए ज्यादा से ज्यादा पदक जीतने पर होगी।

हालांकि, कई बार अजब-गजब किस्से भी सुनने और देखने को मिल जाते हैं। ओलंपिक के इतिहास के पन्नों को खंगाले तो आपको कुछ बेहद हैरान करने वाले किस्से मिलेंगे। ऐसा ही एक किस्सा आप के लिए लेकर आए हैं जिसे पढ़कर आप विश्वास नहीं कर पाएंगे।

1904 ओलंपिक मैराथन के अजीबोगरीब किस्से

ये अजीबोगरीब घटना है साल 1904 ओलंपिक गेम्स की। 1904 में समर ओलंपिक का आयोजन अमेरिका में किया गया था। इसमें सेंट लुईस मैराथन की चर्चा आज भी होती है। इस मैराथन की कहानी सुन लोग अपनी हंसी नहीं रोक पाते हैं।

इस मैराथन में वो सब कुछ हुआ जिस पर कोई भी विश्वास नहीं कर सकता था। इस रेस को ओलंपिक ही नहीं दुनिया की सबसे अजीबोगरीब रेस की श्रेणी में रखा जाता है। इस मैराथन से जुड़ी हम आपको तीन अलग-अलग किस्से बताएं।

पहला किस्सा

फ्रेड लॉर्ज नामक धावक ने सेंट लुईस मैराथन रेस में हिस्सा लिया था। वह एक राजमिस्त्री था, दिन में काम और रात में प्रैक्टिस करता था। इस रेस में वह फर्स्ट आया था। फ्रेड लॉर्ज रेस के दौरान इतने थक गए थे कि उन्होंने 18 किलोमीटर तक कार से लिफ्ट ली और फिर बाद में फिनिश लाइन के पार पहुंचे थे। हालांकि, लॉर्ज ने यह सम्मान नहीं लिया।

दूसरा किस्सा

दूसरी कहानी क्यूबा के भूतपूर्व डाकिया फेलिक्स कार्वाजल की है। डाक विभाग में करने के अवाला वह एक धावक थे। उन्होंने भी रेस में हिस्सा लिया था। रेस के दौरान कार्वाजल को कार में कुछ व्यक्ति आड़ू खा रहे थे। उन्होंने भी खाने के लिए मांगा। कार में बैठे व्यक्तियों ने आड़ू देने से मना कर दिया। ऐसा कहा जाता है कि फेलिक्स ने छिनकर आड़ू खाए और रास्ते में उन्हें सेब मिला। सेब खाने के बाद बगीचे में जाकर सो गए थे।

तीसरा किस्सा

दक्षिण अफ्रीकी प्रतिभागियों में से एक लेन ताऊ ने भी रेस में हिस्सा लिया था। कहा जाता है कि रेस के दौरान एक जंगली कुत्ते ने लेन को एक मील दूर तक दौड़ाया। कुत्ते के हमले से बचने के लिए लेन ने तेजी से दौड़ लगाई। बाद में थक गए और धीमी चल से रेस को पूरा किया।

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