ओलंपिक मैस्कॉट एक कैरेक्टर होता है जो उस देश की संस्कृति को दर्शाता है जहां ओलंपिक खेल हो रहे होते हैं। इस बार फ्रांस की राजधानी में ओलंपिक खेल होने हैं। पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए मैस्कॉट रिलीज कर दिया गया है. हम आपको अब तक ओलंपिक खेलों के लिए जो मैस्कॉट बने हैं उनके बारे में बता रहे हैं।
1932 में पहला मैस्कॉट
ओलंपिक खेलों में सबसे पहला मैस्कॉट साल 1932 में लांस एंजेल्स में खेले गए ओलंपिक खेलों में आया था। इस मैस्कॉट को नाम दिया गया था स्मोकी। इसमें एक पुरुष और महिला की फोटो थी।
1972 म्यूनिख मैस्कॉट
साल 1932 के बाद समर ओलंपिक खेलों में पहला मैस्कॉट म्यूनिख में खेले गए 1972 ओलंपिक में लांच हुआ था। इस मैस्कॉट का नाम था वाल्डी। ये समर ओलंपिक खेलों के इतिहास में पहला आधिकारिक मैस्कॉट था। ये डेश्चचंड नाम का जानवर था जो बावारिया में काफी मशहूर है। इसे एलेना विंश्चरमैन ने बनाया था।
1976 में आया एमिक
1976 में ओलंपिक खेलों का आयोजन मोंटेरियल में किया गया था। इक मैस्कॉट का नाम था एमिक। एमिक पर मोंटेरियल ओलंपिक का लोगो बना था और इस पर लाला धारियां थीं। इसे जॉर्ज्स ह्यूल के नेतृत्व में गाय सेंट आर्नड, व्यॉन लारोचे और पियरे वायस पीलेटियर ने बनाया था।
मास्को ओलंपिक 1980
मास्को में खेले गए ओलंपिक में जो मैस्कॉट बनाया गया था उसका नाम मीशा था। ये एक भालू था जिसके हाथ में सफेद रंग के फूल थे। इसे विक्टर चिझिकोव ने बनाया था।
लॉस एजेंल्स 1984
लास एजेंल्स में साल 1984 में खेले गए ओलंपिक खेलों में सैम नाम का मैस्कॉट बनाया गया था। ये एक पक्षी था जिसके सिर पर अमेरिका के झंडे की टोपी थी और उस पर ओलंपिक के पांच गोले बने थे। इसे सी रोबर्ट मूरे और वॉल्ट डिजनी प्रोडक्शन ने बनाया था।
सियोल ओलंपिक 1988
साल 1988 में ओलंपिक कोरिया के सियोल में हुए थे। इन खेलों में जो मैस्कॉट लॉन्च हुआ था उसका नाम था होडोरी। हो का मतलब कोरियाई भाषा में टाइगर है। ये मैस्कॉट एक टाइगर ही था जिसके सिर पर काली टोपी और हाथ में ओलंपिक मशाल थी। इस बनाया था किम ह्यून।
बार्सिलोना ओलंपिक 1992
बार्सिलोना में जो ओलंपिक खेल खेले गए थे उसके लिए भी मैस्कॉट लॉन्च किया गया था जिसका नाम था कोबी। ये एक माउंटेन डॉग था। जो नीले सूट में था और इसक ब्लेजर पर ओलंपिक के पांच गोले बने थे। इसे बनाया था जेवियर मारिस्कल ने।
एटलांटा ओलंपिक 1996
एटलांटा ओलंपिक खेलों में जो मैस्कॉट बनाया गया था उसका नाम इजी था। ये इंफॉर्मेशन टैक्नोलॉजी का प्रोडक्ट था। इस नीले रंग के कपड़े पहनाए गए थे और पूरे शरीर पर ओलंपिक घेरे थे। इसे बनाया था डिजाइन एप्क्स के जॉन रयान ने।
सिडनी ओलंपिक 2000
सिडनी में खेले गए ओलंपिक खेलों में तीन मैस्कॉट बनाए गए थे। इन तीनों के नाम थे सिड, ऑली और मिली। सिड का मतलब सिडनी। ऑली का मतलब ओलंपिक और मिली का का मतलब न्यू मिलेनियम से था। इनमें से एक बतख, कुकाबुरा, और इचइडना थे। ये तीनों पानी, हवा और जमीन को दर्शा रहे थे। इन्हें बनाया था मैथ्यू हटन ने।
एथेंस ओलंपिक 2004
इसमें दो मैस्कॉट बनाए गए थे जिनके नाम थे फेवोस और एथेना। फेवोस का मतलब लाइट और म्यूजिक के देवता और ऐथाना का मतलब बुद्धि और रक्षा करने वाले देवता। ये दोनों पुराने ग्रीस देश का प्रतीक थे। इसे बनाया था स्पाइरोस गोगोस ने।
बीजिंग ओलंपिक-2008
चीन ने ओलंपिक खेलों के लिए चार मैस्कॉट लॉन्च किए थे। इन चारों के नाम थे बेइबेई, जिंगजिंग,हुआनहुआन, यिंगयिंग और निनी। ये सभी चीन की संस्कृति के प्रतीक थे। इसे बनाया था हेन मेलिन ने।
लंदन ओलंपिक 2012
लंदन ओलंपिक 2012 में जो मैस्कॉट था उसका नाम था वेनलॉक। इसे एक स्टील के कार्टून जैसा लुक दिया गया था जो दर्शाता था कि इसे लंदन में जो ओलंपिक स्टेडियम बनाया गया है उसमें उपयोग में ली गई स्टील की आखिरी बूंद से बनाया गया है।
रियो ओलंपिक-2016
ब्राजील के रियो में आयोजित किए गए ओलंपिक खेलों के मैस्कॉट का नाम विनिसियस था। ये नाम इसे ब्राजील के मशहूर कवि विनिसियस डे मोरियास को श्रृद्धांजिल देते हुए दिया गया था। ये अलग-अलग ब्रीजिलयन जानवरों का मिक्स था और इसमें ब्राजील के पॉप कल्चर की झलक भी आ रही थी। इसे बनाया था। बर्डो प्रोड्यूसोस ने।
टोक्यो ओलंपिक-2020
जापान की राजधानी टोक्यो में खेले गए ओलंपिक खेलों के लिए जो मैस्कॉट बनाया गया था उसका नाम था मिराइटोवा। इसमें मिराई का मतलब जापानी भाषा में भविष्य था और टोवा का मतलब अंत तक बने रहना था। इसे बनाया था रयो तानीगुची ने।