Paris Olympics 2024 : नीरज चोपड़ा के साथ किशोर जेना से भी पदक की आस
नीरज चोपड़ा की स्वर्णिम सफलता ने अनगिनत भारतीय एथलीटों को प्रेरित किया है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण किशोर जेना हैं। इस एथलीट ने बेशक नीरज चोपड़ा जितनी सुर्खियां नहीं बटोरी लेकिन कौशल में किशोर जेना भी नीरज से किसी भी पैमाने पर कम नहीं हैं। पिछले वर्ष एशियाई खेलों में नीरज चोपड़ा ने 88.88 मीटर के साथ स्वर्ण तो जेना ने 87.54 मीटर भाला फेंककर रजत पदक हासिल किया था।
नई दिल्ली, जेएनएन : किसने सोचा था कि ओलंपिक में भारत भाला फेंक में मजबूत दावेदार होगा। यह एक ऐसा खेल है, जहां भारत कई वर्षों तक संघर्ष करता आया है। फिर भारत के लिए ऐतिहासिक टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के रूप में भारत को पदक का एक मजबूत दावेदार मिला। इसके बाद देश में भाला फेंक को लेकर ऐसी लहर पैदा हुई कि भारत इस खेल में पावरहाउस बन गया। भाला फेंक में ऐसा दबदबा कभी जर्मनी और चेक गणराज्य का हुआ करता था।
नीरज चोपड़ा की स्वर्णिम सफलता ने तो अनगिनत भारतीय एथलीटों को प्रेरित किया है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण किशोर जेना हैं। इस एथलीट ने बेशक नीरज चोपड़ा जितनी सुर्खियां नहीं बटोरी लेकिन कौशल में किशोर जेना भी नीरज से किसी भी पैमाने पर कम नहीं हैं। पिछले वर्ष एशियाई खेलों में नीरज चोपड़ा ने 88.88 मीटर के साथ स्वर्ण तो जेना ने 87.54 मीटर भाला फेंककर रजत पदक हासिल किया था। टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा प्रतिस्पर्धा करने वाले एकमात्र भारतीय थे, लेकिन इस बार पेरिस में किशोर जेना भी होंगे, जिनसे भारत को पदक की आस है।
वॉलीबाल था पहला प्यार
जेना का पहला प्यार भाला फेंक नहीं, बल्कि वॉलीबाल था। वॉलीबाल खिलाड़ी के रूप में भुवनेश्वर में ओडिशा सरकार के स्पोर्ट्स हास्टल में पहुंचा दिया। यहीं पर किशोर जेना को पूर्व ओडिशा राज्य चैंपियन लक्ष्मण बराल ने भाला फेंक से रूबरू कराया था। जेना को वॉलीबाल खेलते हुए देखकर प्रभावित होकर, बराल ने उन्हें बांस से बना भाला भेंट किया। वॉलीबाल के साथ ही जेना भाला फेंकने का भी अभ्यास करने लगे और कालेज स्पर्धाओं में कई पदक जीते। इस बीच वॉलीबाल में उनकी लंबाई ने बाधा डाली तो उन्होंने भाला फेंक में ही करियर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया।ये भी पढ़ें: Paris Olympics 2024: नीरज चोपड़ा ने भरी हुंकार, नई जर्सी में नजर आए गोल्डन बॉय; तस्वीरें हो रहीं वायरल
जेना की उपलब्धियां हांगझू
एशियाई खेल 2023 : रजत पदकविश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 : पांचवां स्थान व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ : 87.54 मीटर (किसी भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी द्वारा दूसरा सर्वश्रेष्ठ)ये भी पढ़ें: Paris Olympics 2024: 1900 से हुआ शंखनाद और एम्स्टर्डम में मिला पहला 'गोल्ड', जानें ओलंपिक में भारत ने कब-कब जीते मेडल