Paris Olympics 2024: दूसरा सबसे बड़ा दल और दूसरे सर्वाधिक मेडल, ओलंपिक के इतिहास में भारत को कब मिले कितने पदक
पेरिस ओलंपिक 2024 की क्लोजिंग सेरेमनी आज नॉर्थ पेरिस के स्टेड डे फ्रांस में होगी। पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को पहला मेडल मनु भाकर ने दिलाया। उन्होंने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल पर निशना साधा। मनु यहीं नहीं रुकीं और उन्होंने मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर भारत को दूसरा ब्रॉन्ज मेडल दिलाया।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 2024 का आज समापन हो जाएगा। क्लोजिंग सेरेमनी का आयोजन नॉर्थ पेरिस के स्टेड डे फ्रांस में होगा। ओलंपिक में भारतीय अभियान का समापन शनिवार को ही हो गया। इस पेरिस ओलंपिक में भारत ने संयुक्त रूप से अपना दूसरा सबसे बड़ा दल (117) भेजा था। पेरिस ओलंपिक में भारत को अब तक के संयुक्त रूप से दूसरे सबसे ज्यादा मेडल भी मिले हैं। पेरिस ओलंपिक में भारत की झोली में 1 सिल्वर समेत 6 मेडल आए और भारत मेडल टेली में 71वें पायदान पर रहा।
पेरिस ओलंपिक में मिले 6 मेडल
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को पहला मेडल मनु भाकर ने दिलाया। उन्होंने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल पर निशना साधा। मनु यहीं नहीं रुकीं और उन्होंने मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर भारत को दूसरा ब्रॉन्ज मेडल दिलाया। स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग की मेंस 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में भारत को तीसरा कांस्य पदक दिलाया। इसके बाद मेंस हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। रेसलर अमन सहरावत ने मेंस 57 किलो फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक जीता। नीरज चोपड़ा ने भारत की झोली में पहला सिल्वर मेडल डाला।
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के पदक
- महिला 10 मीटर एयर पिस्टल: ब्रॉन्ज
- 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम: ब्रॉन्ज
- मेंस 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन: ब्रॉन्ज
- मेंस हॉकी टीम: ब्रॉन्ज
- मेंस 57 किलो फ्रीस्टाइल: ब्रॉन्ज
- जेवलिन थ्रो: सिल्वर
1900 में पहली बार लिया था हिस्सा
भारत ने पहली बार साल 1900 में पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लिया था। नॉर्मन प्रिचर्ड ने तब भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने 200 मीटर स्प्रिंट और 200 मीटर हर्डल रेस में 2 रजत पदक जीते थे। साल 1920 में भारत ने एंटवर्प ओलंपिक में 5 सदस्यीय दल भेजा था। एथलेटिक्स में 3 और रेसलिंग में दो पहलवान भारत को कोई मेडल नहीं दिला पाए थे।- पेरिस ओलंपिक 1924 में भारत ने 13 सदस्यीय दल भेजा था। इस बार भी भारत को निराशा हाथ लगी थी।
- एम्स्टर्डम ओलंपिक 1928 ने 22 सदस्यीय दल ने हिस्सा लिया था और भारत ने गोल्ड मेडल जीता।
- मेजर ध्यानचंद के नेतृत्व में भारतीय हॉकी टीम ने गोल्ड मेडल जीता था।
- लॉस एंजिल्स ओलंपिक 1932 और बर्लिन ओलंपिक 1936 में भारतीय टीम ने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया था।
- द्वितीय विश्व युद्ध के चलते 1940 और 1944 में ओलंपिक का आयोजन नहीं हुआ था।
- लंदन ओलंपिक 1948 में भारत ने पहली बार स्वतंत्र देश के रूप में हिस्सा लिया।
- इस बार भी भारतीय हॉकी टीम ने सोना जीता। हेलसिंकी ओलंपिक 1952 में हॉकी टीम ने तो सोना जीता।
- पहलवान केडी जाधव व्यक्तिगत ओलंपिक मेडल (ब्रांज) जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।
- मेलबर्न ओलंपिक 1956 में भी हॉकी टीम सोना जीतकर वापस लौटी।
हॉकी टीम को मिला सिल्वर मेडल
रोम ओलंपिक 1960 में हॉकी टीम का स्वर्णिम सफर थमा और उन्हें सिल्वर से संतोष करना पड़ा। हालांकि, टीम ने टोक्यो ओलंपिक 1964 में शानदार वापसी की और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। मेक्सिको ओलंपिक 1968 और म्यूनिख ओलंपिक 1972 में भारतीय हॉकी टीम के खाते में ब्रॉन्ज मेडल आया। मॉन्ट्रियल ओलंपिक 1976 में भारतीय हॉकी टीम 7वें पायदान पर रही। मास्को ओलंपिक 1980 में भारतीय हॉकी टीम ने एक बाद फिर सोना जीता। टीम ने फाइनल में स्पेन को 4-3 से मात दी।
लिएंडर पेस ने कांस्य पदक जीता
- लॉस एंजिल्स ओलंपिक 1984, सियोल ओलंपिक 1988, बार्सिलोना ओलंपिक में भारत पदक तालिका में जगह नहीं बना पाया।
- अटलांटा ओलंपिक 1996 में भारत को पदक नसीब हुआ। मेंस सिंगल स्पर्धा में लिएंडर पेस ने कांस्य पदक जीता।
- सिडनी ओलंपिक 2000 में वेटलिफ्टर कर्णम मालेश्वरी के खाते में कांस्य पदक आया।
- एथेंस ओलंपिक 2004 में मेंस ट्रैप में राज्यवर्धन सिंह राठौर ने भारत को रजत पदक दिलाया।
- बीजिंग ओलंपिक 2008 में भारत के खाते में 3 मेडल आए।
- अभिनव बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में देश को पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल दिलाया।
- बॉक्सर विजेंदर सिंह और पहलवान सुशील कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया।
लंदन ओलंपिक में मिले थे 6 मेडल
लंदन ओलंपिक 2012 में भारत ने सबसे ज्यादा 6 मेडल जीते। बैडमिंटन में साइना नेहवाल ने कांस्य, सुशील कुमार ने कुश्ती में रजत, गगन नारंग ने शूटिंग में कांस्य, विजय कुमार ने शूटिंग में चांदी, मैरी कॉम ने कांसा और योगेश्वर दत्त ने कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता। रियो ओलंपिक 2016 में बैडमिंटन में पीवी सिंधू ने रजत पदक और कुश्ती में साक्षी मलिक ने कांस्य पदक जीता। टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत ने सबसे ज्यादा 7 मेडल जीते।ये भी पढ़ें: Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में 6 मेडल के साथ भारत का अभियान खत्म, पदक तालिका में पाकिस्तान से भी रहा पीछे
टोक्यो ओलंपिक में प्रदर्शन
- मेंस जेवलिन थ्रो: नीरज चोपड़ा: गोल्ड मेडल
- 49 किग्रा वेटलिफ्टिंग: मीराबाई चानू- रजत पदक
- मेंस फ्रीस्टाइल 57 किग्रा: रवि दाहिया- रजत
- बॉक्सिंग: लवलीना बोरगोहेन- ब्रॉन्ज मेडल
- बैडमिंटन: पीवी सिंधू- ब्रॉन्ज मेडल
- रेसलिंग: बजरंग पूनिया- ब्रॉन्ज मेडल
- मेंस हॉकी टीम: कांस्य पदक