Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Paris Olympics 2024: सेमीफाइनल हारकर भी मेडल जीत सकते हैं लक्ष्य सेन, बस करना है एक काम

भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन को पेरिस ओलंपिक-2024 के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। लक्ष्य को डेनमार्क के विक्टर एक्सलसेन ने सीधे गेमों में मात दी और फाइनल में जाने से रोक दिया। लक्ष्य अगर फाइनल में जाते तो फिर उनका कम से कम सिल्वर मेडल पक्का हो जाता। सेमीफाइनल में हार के बाद भी हालांकि लक्ष्य ओलंपिक मेडल जीत सकते हैं।

By Abhishek Upadhyay Edited By: Abhishek Upadhyay Updated: Sun, 04 Aug 2024 04:59 PM (IST)
Hero Image
लक्ष्य सेन को सेमीफाइनल में मिली हार

 स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन रविवार को पेरिस ओलंपिक-2024 के सेमीफाइनल में हार गए। भारत का ये युवा सितारा डेनमार्क के विक्टर एक्सलसेन के अनुभव, तेजी और चतुराई के सामने जमकर लड़ा लेकिन जीत हासिल नहीं कर सका। विक्टर ने 22-20, 21-14 से मैच अपने नाम कर फाइनल में जगह बनाई। लक्ष्य अगर ये मैच जीत जाते तो फाइनल में पहुंचकर कम से कम सिल्वर मेडल पक्का कर लेते, लेकिन अभी भी लक्ष्य के पास मेडल जीतने का मौका है।

लक्ष्य ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाले भारत के पहले पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। उनसे पहले कोई भी ये सफलता हासिल नहीं कर सका। ओलंपिक में भारत को बैडमिंटन में जितने भी मेडल मिले हैं वो महिला खिलाड़ियों ने दिलाए हैं। अभी तक पुरुष खिलाड़ी ये काम नहीं कर सके। लक्ष्य इस सूखे को खत्म करने के बेहद करीब खड़े हैं।

यह भी पढ़ें- Olympics 2024, Hockey: टीम इंडिया ने दिखाया '10 का दम', ग्रेट ब्रिटेन को पेनल्टी शूट आउट में हरा सेमीफाइनल में बनाई जगह

जीत सकते हैं मेडल

लक्ष्य के पास अभी ब्रॉन्ज जीतने का मौका है। ओलंपिक में बैडमिंटन में जो खिलाड़ी सेमीफाइनल में हारते हैं उनके बीच ब्रॉन्ज मेडल मैच होता है। टोक्यो ओलंपिक-2020 में पीवी सिंधू ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था और ये मेडल उन्होंने सेमीफाइनल में मिली हार के बाद तीसरे स्थान के लिए हुए मैच को जीतकर हासिल किया था। लक्ष्य सेन भी सिंधू वाला काम दोहरा सकते हैं। सेमीफाइनल में उनका सामना मलेशिया के ली जी जिया से होगा। लक्ष्य इस मैच में पूरी ताकत के साथ उतरेंगे और मेडल जीतने की कोशिश करेंगे।

हार के बाद क्या बोले लक्ष्य

लक्ष्य ने कहा कि फाइनल में वह और ज्यादा अटैकिंग गेम खेल सकते थे। लक्ष्य ने जियो सिनेमा से बात करते हुए कहा, "विक्टर ने पहले गेम से अटैक करना शुरू किया। मैं काफी ज्यादा डिफेंसिव हो गया। मैं थोड़ा और ज्यादा अटैकिंग गेम खेल सकता था और गेम उनसे वापस ले सकता था। मैं अब अगले मैच पर ध्यान दूंगा। इस मैच से काफी कुछ सीखने को मिला। अब फोकस अगले टारगेट पर है।"

यह भी पढ़ें- Olympics Lovlina Borgohain: मुक्केबाजी में मेडल जीतने का टूटा भारत का सपना, लवलीना बोरगोहेन की हार के साथ खत्म हुआ सफर