Move to Jagran APP

Olympics 2024: 'आखिरी दम तक लड़ेंगे' मनु भाकर और सरबजोत सिंह की जिद ने भारत को दिलाया ऐतिहासिक मेडल

पेरिस ओलंपिक में भारत के हिस्से दो पदक आ गए हैं। ये दोनों पदक उसे निशानेबाजी में मिले हैं। मनु भाकर ने पहले 10 मीटर एयर पिस्टल सिंगल्स इवेंट में मेडल जीता और फिर सरबजोत सिंह के साथ मिलकर मिक्स्ड टीम इवेंट में एक और मेडल अपने नाम किया। ये दोनों ब्रॉन्ज मेडल हैं। मैच के बाद मनु ने बताया है कि उन्होंने शुरुआत में सरबजोत से क्या कहा था।

By Abhishek Upadhyay Edited By: Abhishek Upadhyay Updated: Tue, 30 Jul 2024 03:27 PM (IST)
Hero Image
सरबजोत सिंह और मनु भाकर ने जीता ओलंपिक पदक
 स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। मनु भाकर और सरबजोत सिंह की जोड़ी ने पेरिस ओलंपिक-2024 में मंगलवार को पदक अपने नाम किया। इस जोड़ी ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया। मैच से पहले मनु ने अपने साथी से ऐसा कुछ कहा कि दोनों की जिद विरोधियों पर हावी हो गई और भारत की झोली में पदक आ गया। मैच के बाद मनु ने इस बात का खुलासा किया।

मनु और सरबजोत की टीम का सामना कोरियाई टीम से था। पहली सीरीज में कोरियाई टीम आगे निकल गई थी। यहां मनु और सरबजोत ने हिम्मत नहीं हारी और बाकी सीरीजों में सटीक निशाने लगाते हुए देश की झोली में पदक डाल दिया। इन दोनों ने 16-10 के अंतर से मैच अपने नाम किया।

यह भी पढ़ें- Manu Bhaker के दूसरा मेडल जीतने पर पिता के आंखों से छलके खुशी के आंसू, मां ने दिग्गज को दिया कामयाबी का पूरा क्रेडिट

आखिरी दम तक लड़ेंगे

भारत का ये इन खेलों में दूसरा पदक है। इस पदक को जीतने के बाद मनु ने कहा कि मैच से पहले उन्होंने सरबजोत से कहा था कि हम अपना बेस्ट देते हैं। मेडल जीतने के बाद मनु ने जियो सिनेमा पर बात करते हुए कहा, "हम हर चीज को कंट्रोल नहीं कर सकते। हम बस अपना बेस्ट दे सकते हैं। यहां आने से पहले मैंने सरबजोत से कहा था कि 'हम अपना बेस्ट देते हैं और जो भी होगा हम उसे मंजूर करेंगे, लेकिन आखिरी दम तक लड़ेंगे।"

फैंस ने किया काम आसान

वहीं अपना पहला ओलंपिक मेडल जीतने वाले सरबजोत ने कहा कि मैच को लेकर दबाव था लेकिन भारतीय फैंस के सपोर्ट ने काम आसान कर दिया। सरबजोत ने कहा, "मैं काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं। मैच काफी मुश्किल था। काफी दबाव था, लेकिन भारतीय फैंस से जो सपोर्ट मिला वो शानदार था। मैं आपको बता नहीं सकता कि मैं कितना अच्छा महसूस कर रहा हूं।"

यह भी पढ़ें- जो काम सुशील कुमार और पीवी सिंधु दो ओलंपिक मेडल जीतकर नहीं कर पाए वो काम Manu Bhaker ने कर दिया, रच दिया इतिहास