Move to Jagran APP

Olympics 2024, Shooting: मनु भाकर और सरबजोत सिंह की जोड़ी ने जीता ब्रॉन्ज, भारत के हिस्से में आया दूसरा मेडल

मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक-2024 में भारत को पहला मेडल दिलाया था। मंगलवार को फिर मनु ने अपने शानदार निशानों से भारत की झोली में मेडल डाला है। इस बार उन्होंने मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर ब्रॉन्ज मेडल जीता है। ये भारत का इन खेलों में दूसरा मेडल है। 2012 के बाद भारत ने पहली बार निशानेबाजी में दो ओलंपिक मेडल जीते हैं।

By Abhishek Upadhyay Edited By: Abhishek Upadhyay Updated: Tue, 30 Jul 2024 01:21 PM (IST)
Hero Image
मनु भाकर और सरबजोत ने भारत को दिलाया दूसरा मेडल
 स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक-2024 में भारत की झोली में एक और पदक आ गया है। मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट ब्रॉन्ज मेडल मैच में कोरिया को मात देकर ये पदक जीता है। इससे पहले मनु ने रविवार को इसी इवेंट के सिंगल्स इवेंट में ब्रॉन्ज जीता था। भारत ने कोरिया को 16-10 से मात देकर ये मेडल अपने नाम किया है। 

भारत ने लंदन ओलंपिक-2012 के बाद पहली बार निशानेबाजा में दो ओलंपिक पदक जीते हैं। इसी के साथ मनु भारत की पहली महिला निशानेबाज बन गई हैं जिसने दो ओलंपिक मेडल जीते हैं। इसके अलावा मनु भारत के लिए एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी भी हैं।

खराब शुरुआत के बाद वापसी

मनु और सरबजोत ने क्वालिफिकेशन राउंड में 580 का स्कोर करते हुए ब्रॉन्ज मेडल मैच में जगह बनाई थी। भारत को हालांकि इस मैच में अच्छी शुरुआत नहीं मिली थी। पहले राउंड में कोरियाई टीम ने 20.5 का स्कोर किया था और भारत ने 18.8 का। लेकिन इसके बाद मनु और सरबजोत दोनों ने दमदार निशाने लगाए। अगले राउंड में भारत ने 21.2 और कोरिया ने 19.9 का स्कोर किया।

तीसरे राउंड में फिर भारत ने बाजी मारी और 20.8 का स्कोर किया जबकि कोरिया 19.8 का स्कोर ही कर पाई। कोरियाई टीम ने छठी सीरीज से पहले टाइम आउट मांगा लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। मनु और सरबजोत ने फिर कोरियाई टीम को कोई मौका नहीं दिया और ब्रॉन्ज जीतकर इतिहास रच दिया।

सरबजोत का पहला मेडल

ये सरबजोत सिंह का पहला ओलंपिक मेडल है। वह हालांकि सिंगल्स इवेंट में कमाल नहीं कर पाए लेकिन मनु के साथ जोड़ी बनाकर उन्होंने अपने खाता खोल लिया। ये भारत का टीम इवेंट में पहला ओलंपिक मेडल भी है। इससे पहले भारत ने निशानेबाजी में जितने भी मेडल जीते थे सभी सिंगल्स इवेंट में जीते थे।