Paris Paralympics 2024: प्रवीण नहीं कर पाए नीरज चोपड़ा वाला काम, फाइनल में रह गए बहुत पीछे
पेरिस पैरालंपिक-2024 में भारत ने अभी तक शानदार खेल दिखाया है तीन दिन के बाद उसकी झोली में कुल पांच मेडल है। जेवलिन थ्रो में भारत की झोली में एक और मेडल आ सकता था लेकिन प्रवीण वो सफलता नहीं दिला सके। प्रवीण से उम्मीद थी कि वह नीरज चोपड़ की तरह भारत की झोली में मेडल डालेंगे लेकिन पूरी कोशिश के बाद भी वह फेल हो गए।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। पेरिस पैरालंपिक-2024 की शुरुआत भारत ने शानदार की थी। दूसरे दिन भारत ने चार मेडल अपने नाम किए। तीसरे दिन भी भारत के हिस्से एक मेडल आया। हालांकि, इसमें और बढ़ोतरी हो सकती थी। जेवलिन थ्रो में प्रवीण से उम्मीद थी कि वह भारत को मेडल दिलाएंगे, लेकिन वह फाइनल में आकर उम्मीदों को पूरा नहीं कर सके।
F57 जेवलिन थ्रो के फाइनल में प्रवीण अपना बेस्ट नहीं दे पाए और आठवें स्थान पर रहे। अगर वह टॉप-3 में फिनिश करते तो भारत के झोली में एक और मेडल आ जाता। पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने भारत को जेवलिन थ्रो में मेडल दिलाया था लेकिन प्रवीण ये काम नहीं कर सके।
यह भी पढ़ें- Paris Paralympics 2024: अवनि लेखरा से लेकर सिद्धार्थ बाबू तक, चौथे दिन एक्शन में नजर आएंगे ये एथलीट
प्रवीण ने की पूरी कोशिश
प्रवीण ने मेडल जीतने के लिए अपनी पूरी कोशिश की, लेकिन सफलता उनके हाथ नहीं लगी। फाइनल में प्रवीण की बेस्ट थ्रो 42.12 मीटर की रही। उन्होंने ये थ्रो अपने चौथे प्रयास में की। उज्बेकिस्तान के वाय ओडिलोव ने 50.32 की मीटर के साथ पहला स्थान हासिल करते हुए गोल्ड जीता। सिल्वर मेडल तु्र्की के एम खालवंडी के नाम रहा जिन्होंने 49.97 मीटर की थ्रो की। ब्राजील के लिंस नोबरे सीवी ने 49.46 मीटर का थ्रो फेंक तीसरा स्थान हासिल किया।
अभी तक मिले पांच मेडल
भारत को अभी तक पेरिस पैरालंपिक में पांच मेडल मिले हैं जिसमें एक गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल शामिल है। दूसरे दिन महिला निशानेबाज रुबिना फ्रांसिस ने 10 मीटर एयर पिस्टल एच-1 में ब्रॉन्ज अपने नाम किया।
यह भी पढ़ें- वेलेंटिना पेट्रिलो पैरालंपिक में भाग लेने वाली बनेंगी पहली ट्रांसजेंडर महिला, T12 श्रेणी की रेस में लेंगी हिस्सा