Paris Paralympics 2024: पैरालंपिक्स में भारत की मेडल उम्मीदों को लगा तगड़ा झटका, प्रमोद भगत पर लगा 18 महीने का बैन
11 अगस्त को ओलंपिक समाप्त हो गया। अब 28 अगस्त से 8 सितंबर तक 11 दिन पैरालंपिक्स का आयोजन होगा। पेरिस पैरालंपिक्स 2024 से पहले भारत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रमोद भगत पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने उन्हें डोपिंग रोधी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया है। ऐसे में उन पर 18 महीने का बैन लगा दिया गया है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। पेरिस पैरालंपिक्स 2024 से पहले भारत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रमोद भगत पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने उन्हें डोपिंग रोधी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया है। ऐसे में उन पर 18 महीने का बैन लगा दिया गया है।
BWF ने मंगलवार को प्रमोद भगत के बैन की जानकारी दी। 1 मार्च को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट (CAS) के एंटी-डोपिंग डिवीजन ने बैडमिंटन खिलाड़ी को 12 महीने के भीतर 3 बार अपने ठिकाने की जानकारी नहीं देने के लिए BWF एंटी-डोपिंग नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया।
अपील खारिज कर दी गई
भगत एक SL3 एथलीट हैं। उन्होंने CAS अपील डिवीजन में अपील की थी, लेकिन उनकी अपील 29 जुलाई, 2024 को खारिज कर दी गई थी। CAS अपील डिवीजन ने 1 मार्च को अपने फैसले की पुष्टि की। 11 अगस्त को ओलंपिक समाप्त हो गया। अब 28 अगस्त से 8 सितंबर तक 11 दिन पैरालंपिक्स का आयोजन होगा।ये भी पढ़ें: Paris Olympics 2024: 'x' ने माना मनु भाकर और नीरज चोपड़ा का लोहा, दिया खास सम्मान
प्रमोद ने जीता था गोल्ड मेडल
- टोक्यो पैरालंपिक्स 2020 में मेंस सिंगल SL3 कैटेगरी में प्रमोद भगत ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था।
- यह पहला मौका था जब किसी भारतीय ने पैरालंपिक्स में बैडमिंटन में गोल्ड मेडल जीता हो।
- उन्होंने फाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को 21-14, 21-17 से मात दी थी।
- बता दें कि 1988 में जन्मे भगत को पांच साल की उम्र में पोलियो हो गया था।
- इसके बाद भी 13 साल की उम्र में उन्होंने बैडमिंटन खेलने का फैसला लिया और एक प्रोफेशनल खिलाड़ी बने।
- भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में कुल 19 पदक जीते थे। इनमें 5 गोल्ड, 5 सिल्वर और 6 कांस्य पदक थे।