प्रो कबड्डी लीग के 11वें एडिशन की नालीमी में सबसे पहले नाम ईरान के मोहम्मदरेजा शादलुई चियानेह का आया। हरियाणा स्टीलर्स ने काफी जद्दोजहद के बाद चियानेह को दो करोड़ सात लाख रुपये में अपनी टीम में शामिल किया। चियानेह ने 2021 में पीकेएल में डेब्यू किया था और वह लीग के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक हैं। वैसे चियानेह के लिए कबड्डी को अपनाना आसान नहीं था।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। प्रो कबड्डी लीग के 11वें एडिशन के लिए मुंबई में नीलामी चल रही है। पीकेएल नीलामी (PKL11 Auction) में सबसे पहले नाम ईरान (Iran Kabaddi Team) के मोहम्मदरेजा शादलुई चियानेह (Mohammadreza Shadloui Chiyaneh) का आया, जिनकी बेस प्राइस 30 लाख रुपये थी।
मोहम्मदरेजा चियानेह ऑलराउंडर हैं और नीलामी में उनका नाम ए श्रेणी में था। यू मुंबा और गुजरात जायंट्स ने चियानेह को खरीदने के लिए पैडल उठाए। इस बीच हरियाणा स्टीलर्स भी रेस में आ गया। काफी जद्दोजहद के बाद हरियाणा स्टीलर्स ईरान के ऑलराउंडर मोहम्मदरेजा शादलुई चियानेह को खरीदने में सफल हुआ। हरियाणा स्टीलर्स ने चियानेह को दो करोड़ सात लाख रुपये में खरीदा।
2021 में पीकेएल डेब्यू
बता दें कि मोहम्मदरेजा चियानेह कबड्डी में अपनी आक्रामक सोच के लिए मशहूर हैं। चियानेह ने 2021 में प्रो कबड्डी लीग में अपना डेब्यू किया और सबसे निडर खिलाड़ियों में से एक के रूप में पहचान बनाई। उन्होंने अब तक 309 अंक हासिल किए, जिसमें से 272 अंक टैकल के जरिये प्राप्त किए।यह भी पढ़ें: पीकेएल के 11वें सीजन की नीलामी के लाइव अपडेट्स पढ़ने के क्लिक करें
12 की उम्र में पसंद आई कबड्डी
14 मई को ईरान में जन्में चियानेह जब 12 साल के थे, तब से कबड्डी खेलना शुरू किया। चियानेह का शुरुआत में लगाव ईरान के राष्ट्रीय खेल कुश्ती और वॉलीबॉल में था। मगर एक दोस्त के कारण कबड्डी से उनका परिचय हुआ। बचपन में चियानेह को टैकल प्वाइंट्स देकर काफी अचंभित महसूस होता था। सबसे बड़ी बात जो चियानेह को भायी, वो ये थी कि कबड्डी में ज्यादा नियम और पाबंदियां नहीं हैं।
पिता को मनाना नहीं था आसान
चियानेह को कबड्डी तो भा गया, लेकिन उनके लिए अपने पिता को राजी करना आसान नहीं था। चियानेह के पिता पेशवर फुटबॉलर रहे, जिन्होंने ईरानी लीग में खेला भी है। उनके पिता को डर था कि कबड्डी काफी खतरनाक खेल है क्योंकि इसमें खिलाड़ियों का आपसी संपर्क बहुत ज्यादा होता था।
मोहम्मदरेजा चियानेह ने अभ्यास में अपनी प्रतिभा दिखाकर पिता को आखिरकार मनाया और फिर इस खेल में करियर बनाने के लिए आगे बढ़े। 2018 में चियानेह को ईरान कबड्डी लीग में चुना गया, जहां ईरान के राष्ट्रीय कोच गुलामरेजा माजनदरानी की नजरें उन पर पड़ी।
सफलता की सीढ़ी पर चढ़े चियानेह
2018 में जकार्ता में एशियाई खेलों में चियानेह का ईरान टीम में चयन हुआ। मगर एक्रीडिएशन की चूक के कारण वह राष्ट्रीय जर्सी पहन नहीं सके। फिर 2023 एशियाई कबड्डी चैंपियनशिप में चियानेह ईरान टीम के कप्तान बने, जिसने सिल्वर मेडल जीता। वैसे, 2019 में जूनियर वर्ल्ड कबड्डी चैंपियनशिप के पहले संस्करण में चियानेह गोल्ड मेडल विजेता ईरान टीम के सदस्य रहे।
पीकेएल में किया धमाका
ईरानी ऑलराउंडर को पीकेएल 8 में सबसे पहले पटना पाइरेट्स ने 31 लाख रुपये में खरीदा। उन्होंने अपने दूसरे प्रो कबड्डी मैच में हाई फाइव हासिल किया और यूपी योद्धास के खिलाफ सात टैकल अंक हासिल किए। पीकेएल 8 में चियानेह ने इतिहास रच दिया। वह डेब्यूटेंट द्वारा सबसे ज्यादा टैकल प्वाइंट्स (89) हासिल करने वाले खिलाड़ी बने।
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सीजन 9 में फिर मोहम्मदरेजा शादलुई चियानेह का नाम रिकॉर्ड्स बुक में दर्ज हुआ। उन्होंने दबंग दिल्ली के खिलाफ एक मैच में आठ सुपर टैकल प्वाइंट्स हासिल किए। यह पीकेएल इतिहास में किसी एक मैच में सबसे ज्यादा टैकल प्वाइंट्स हासिल करने का रिकॉर्ड रहा।
पलटन के साथ बने चैंपियन
पुणेरी पलटन ने पीकेएल 10 नीलामी में ईरानी खिलाड़ी को 2.35 करोड़ रुपये में खरीदा। इस तरह चियानेह प्रो कबड्डी लीग इतिहास में सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने। चियानेह टीम की उम्मीदों पर खरे उतरे और पुणेरी पलटन ने 10वें सीजन का खिताब जीता। चियानेह ने 10वें सीजन में 99 टैकल प्वाइंट्स हासिल किए और सीजन के सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर बने।
अब देखना दिलचस्प होगा कि हरियाणा स्टीलर्स में आने के बाद मोहम्मदरेजा चियानेह क्या कमाल बिखरेंगे और पिछले एडिशन की तरह क्या इस बार हरियाणा स्टीलर्स को चैंपियन बनाने में सफल होंगे। पिछले सीजन में हरियाणा स्टीलर्स रनर्स-अप थी।
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