भारत की 'उड़न परी' PT Usha को मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, करियर की उपलब्धियों के लिए किया गया सम्मानित
PT Usha Lifetime Achievement Award महान धाविका और भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) की अध्यक्ष पीटी ऊषा को रविवार को भारतीय खेल पत्रकार महासंघ (एसजेएफआइ) और दिल्ली खेल पत्रकार संघ (डीएसजेए) की ओर से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। विजय अमृतराज प्रकाश पदुकोण सुनील गावस्कर और मिल्खा सिंह(मरणोपरांत) के बाद पीटी ऊषा को यह पुरस्कार दिया गया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। महान धाविका और भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) की अध्यक्ष पीटी ऊषा को रविवार को भारतीय खेल पत्रकार महासंघ (एसजेएफआइ) और दिल्ली खेल पत्रकार संघ (डीएसजेए) की ओर से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
विजय अमृतराज, प्रकाश पदुकोण, सुनील गावस्कर और मिल्खा सिंह(मरणोपरांत) के बाद पीटी ऊषा को यह पुरस्कार दिया गया है। नेशनल स्पोर्ट्स क्लब आफ इंडिया में आयोजित कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद व बीसीसीआइ के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, पूर्व भारतीय निशानेबाज जसपाल राणा ने पदक, प्रशस्ति पत्र और एक स्मृति चिह्न देकर पीटी ऊषा को उनके शानदार खेल करियर के लिए सम्मानित किया।
पीटी ऊषा ने 1977 से 2000 के बीच अपने करियर में भारत के लिए 103 अंतरराष्ट्रीय पदक जीते। उन्होंने एशियाई खेलों में चार स्वर्ण पदक और सात रजत पदक भी जीते। 1984 ओलंपिक में वह सेकेंड के 100वें हिस्से से कांस्य पदक से चूक गई थीं।
PT Usha ने लाइफ टाइम अवॉर्ड हासिल करने के बाद क्या कहा?
ये अवार्ड पाने के बाद पीटी ऊषा (PT Usha) ने कहा कि मुझे खुशी है कि मेरे करियर की उपलब्धियों को आज भी याद किया जाता है। मेरे समय में हमारे पास वे सभी सुविधाएं नहीं थीं जो आज के युग में एथलीटों के पास उपलब्ध हैं। अब जब मैं आइओए अध्यक्ष के रूप में काम कर रही हूं तो हमारा प्रयास पेरिस ओलंपिक में ज्यादा से ज्यादा पदक जीतने पर है।
इस मौके पर डीएसजेए के अध्यक्ष अभिषेक त्रिपाठी, सचिव सबी हुसैन व कार्यकारी समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे। पुरस्कार समारोह के बाद डीएसजेए अध्यक्ष अभिषेक त्रिपाठी ने पीटी ऊषा और सम्मानित अतिथियों के प्रति अपना धन्यवाद व्यक्त किया।
पीटी ऊषा इस सम्मान की हकदार हैं। वह देश में खिलाड़ियों के लिए एक प्रतीक और प्रेरक की तरह हैं। अब उन्हें भारतीय ओलंपिक का संचालन करने का एक कठिन काम दिया गया है और हमें विश्वास है कि वह इन संकटों से प्रभावी ढंग से निपटने में सक्षम होंगी।