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Rameshbabu Praggnanandhaa Interview: 'लेकिन मैं खुश हूं... भारत में मैं अकेला शतरंज का भविष्य नहीं'

साक्षात्कार भारतीय युवा ग्रैंडमास्टर आर. प्रगनानंद का कहना है कि उन्होंने आशा नहीं थी कि वह फिडे शतरंज विश्व कप के फाइनल में पहुंच सकेंगे लेकिन वह ऐसा कर सके जिसकी उन्हें खुशी है। उन्होंने कहा कि मैं भारत में अकेला शतरंज का भविष्य नहीं हूं और भी खिलाड़ी हैं जो बेहतर कर रहे हैं। अभिषेक त्रिपाठी ने प्रगनानंद से की विशेष बातचीत में कहा।

By Jagran NewsEdited By: Paras PandeyUpdated: Fri, 25 Aug 2023 08:26 AM (IST)
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भारत में मैं अकेला शतरंज का भविष्य नहीं : प्रगनानंद

नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। भारतीय युवा ग्रैंडमास्टर आर. प्रगनानंद का कहना है कि उन्होंने आशा नहीं थी कि वह फिडे शतरंज विश्व कप के फाइनल में पहुंच सकेंगे, लेकिन वह ऐसा कर सके जिसकी उन्हें खुशी है। उन्होंने कहा कि मैं भारत में अकेला शतरंज का भविष्य नहीं हूं, और भी खिलाड़ी हैं जो बेहतर कर रहे हैं। अभिषेक त्रिपाठी ने प्रगनानंद से की विशेष बातचीत, पेश हैं मुख्य अंशः-

इतनी कम उम्र में अपनी सफलताओं को किस तरह देखते हैं?

-यह टूर्नामेंट मेरे लिए काफी अच्छा रहा है और मैंने उम्मीद नहीं की थी कि मैं फाइनल में पहुंच पाऊंगा, लेकिन मैं खुश हूं कि मैं ऐसा करने में सफल रहा और मैग्नस कार्लसन के सामने चुनौती पेश की। फाइनल काफी कठिन था। भविष्य में इस बाधा को भी पार करने की कोशिश करूंगा विश्वनाथन आनंद के बाद आपको शतरंज के भविष्य के रूप में देखा जा रहा है।

आप इसे चुनौती या अवसर के रूप में देखते हैं?

-ऐसा नहीं है कि भारत में मैं ही अकेला शतरंज का भविष्य हूं। डी.गुकेश, अर्जुन एरिगेस और निहाल जैसे खिलाड़ी भी हैं जो बेहतर कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि मेरे ऊपर इसका कोई दबाव है। हम बस काम कर रहे हैं और हर टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करता हूं। विश्वनाथन आनंद ने हाल ही में कहा था कि यह भारतीय शतरंज का स्वर्णिम काल है।

आप इस बयान को किस प्रकार देखते हैं?

-हां, यह सच है। जैसा मैंने कहा कि कई खिलाडि़यों ने अच्छा किया। गुकेश ने भी बेहतर प्रदर्शन किया और अर्जुन तथा मेरा मैच विश्व कप में काफी कठिन रहा था। निहाल ने भी बेहतर खेल दिखाया और हम सभी इसके लिए मेहनत कर रहे हैं। कभी-कभी आपको टूर्नामेंट के लिए देश से बाहर जाना पड़ता है।

तो आप पढ़ाई और शतरंज के बीच संतुलन कैसे बनाते हैं?

-मैंने हाल ही में 12वीं की परीक्षा पास की है। मैं अपने स्कूल को भी धन्यवाद कहना चाहता हूं क्योंकि उन्होंने मेरा काफी समर्थन किया है। कई बार ऐसा होता है कि मैं स्कूल नहीं जा पाता हूं, लेकिन परीक्षा के समय अपना ध्यान पढ़ाई पर लगाता हूं। आपकी मां हमेशा आपके साथ रहती हैं। 

उनके आसपास रहने से आपको कितना आत्मविश्वास मिलता है?

-मेरे ख्याल से परिवार का समर्थन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। मेरी मां ने हमेशा ही कहा था कि उनका समर्थन मुझे और मेरी बहन को हमेशा मिलेगा। वह विश्व कप के दौरान भी मेरे साथ थीं। उनके बिना कुछ संभव नहीं है। आपने बहुत छोटी उम्र से ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। आमतौर पर उस उम्र में बच्चे कई अन्य चीजों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, लेकिन आपने शुरू से ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया।

इसके पीछे क्या कारण था?

-मेरी बहन शतरंज खेलती थीं और उन्हें देखकर मेरी भी इसमें रुचि बढ़ने लगी, इसलिए मैंने इस खेल को खेलना शुरू किया। एक बार इस खेल में मन लग गया तो बाकी चीजें पीछे छूट जाती हैं।

शतरंज के अलावा आपको क्या पसंद है? क्या आप फिल्में देखते हैं?

- हां, मैं फिल्में देखता हूं और मुझे अन्य खेल खेलना भी पसंद है। मैं हालांकि हिंदी फिल्में नहीं देखता, सिर्फ तमिल फिल्में देखता हूं।

आपके शांत रहने की वजह क्या है?

-ऐसा कोई कारण नहीं है। मेरा व्यवहार ही ऐसा है। शांत रहने के लिए मैं कुछ विशेष नहीं करता। मैं हमेशा से ऐसा ही हूं और इससे मुझे मदद भी मिलती है। आपके माथे पर हमेशा सफेद टीका लगा रहता है।

क्या इसका कोई विशेष कारण है?

-नहीं, यह बस भरोसे की बात है। मैं हमेशा ही नहाने के बाद सफेद टीका लगाता हूं और इसमें मेरा विश्वास है। ऐसा मैं काफी कम उम्र से कर रहा हूं। हमारे घर में यह प्रथा है। हम लोग ऐसा करते आए हैं। ये हमारी संस्कृति का हिस्सा है।