गुकेश की जीत प्रेरित करने वाली, आने वाला समय भारतीयों का: प्रगनानंद
हाल ही के दिनों में भारत के 17 साल के ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रच दिया था। वह वर्ल्ड चैम्पियनशिप खिताब के सबसे युवा चैलेंजर बन गए थे। उन्होंने 40 साल पुराना गैरी कास्पोरोव का रिकॉर्ड तोड़ा था। गुकेश की इस उपलब्धि पर प्रगनानंद ने अपनी राय रखी। उन्होंने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि गुकेश की जीत लोगों को प्रेरित करेगी।
नितिन नागर, नई दिल्ली। भारतीय ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रगनानंद का कहना है कि कैंडिडेट्स शतरंज में डी गुकेश की सफलता सभी के लिए प्रेरित करने वाली है। टोरंटो में आशानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाने के बाद प्रगनानंद आगामी टूर्नामेंट की तैयारियों में जुटे हैं। अडानी स्पोर्ट्सलाइन प्रगनानंद का सहयोग करता है। प्रगनानंद से नितिन नागर ने विशेष बातचीत की, पेश हैं प्रमुख अंश :
कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट में साथी खिलाड़ी डी गुकेश की सफलता को कैसे देखते हैं?
- गुकेश की जीत सभी के लिए प्रेरित करने वाली है। उन्होंने बहुत ही अच्छा खेला और शुरुआत से ही ज्यादा गलतियां नहीं की, जिसका उन्हें लाभ हुआ। कुल मिलाकर उनके खेल की गुणवत्ता बहुत अच्छी थी। जिस तरह उन्होंने खेला, उसने मुझे भी आगामी टूर्नामेंट में अच्छा करने के लिए काफी प्रेरित किया।
गुकेश की जीत के बाद महान गैरी कास्परोव ने कहा कि यह विश्व शतरंज में बड़े बदलाव का संकेत है। क्या आप इस बात से सहमत हैं?
- निश्चित रूप से। अगर आप देखें तो बीते कुछ वर्षों में भारतीय खिलाड़ियों ने विश्व शतरंज में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। पांच शीर्ष खिलाड़ियों में हम हैं। मैं मानता हूं कि शतरंज में बदलाव सामान्य है क्योंकि अगर आप देखें तो गैरी कास्परोव के बाद विश्वनाथन आनंद, मैग्नस कार्लसन जैसे खिलाड़ी आए और आने वाले समय में भी कई खिलाड़ी अच्छा कर रहे हैं। शतरंज में हर 10 वर्षों में आप बड़ा बदलाव देखते हैं और वही अब हो रहा है। आना वाला समय भारतीय खिलाड़ियों का है।कैंडिडेट्स शतरंज में आपसे बहुत उम्मीदें थीं। आप अपने प्रदर्शन का आकलन कैसे करते हैं, आपको क्या लगता है कि इसमें कहां कमी रह गई?
-मुझे लगता है कि मेरी खेल की गुणवत्ता काफी अच्छी थी। जिस तरह से मैंने खेला, मुझे ज्यादा अंक अर्जित करने चाहिए थे। कई बाजियां काफी नजदीक थीं, लेकिन हर समय आप नहीं जीत सकते। ये खेल का हिस्सा है। लेकिन मैं अपनी खेल गुणवत्ता से खुश हूं और अगर इसी तरह खेलता रहा तो आगे भी अच्छा प्रदर्शन करूंगा। मुझे इसे लेकर ज्यादा चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। टोरंटो में कहां क्या गलत हुआ इसको लेकर मुझे ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है, हां कुछ पल थे जहां मुझे थोड़ा ज्यादा प्रैक्टिल होना चाहिए था, लेकिन कुल मिलाकर मैं अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हूं।
जब आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो लोगों को आपसे बहुत उम्मीदें होती हैं। ऐसे में इस दबाव से निपटना कितना चुनौतीपूर्ण है?
-जब मैं खेलता हूं तो मैं दबाव नहीं लेता और न ही इस बारे में ज्यादा सोचता हूं। लेकिन मेरी जो उम्मीदें हैं, वो वहां जरूरी होती हैं। मैं जब खेलना शुरू करता हूं तो इन सब चीजों के बारे में नहीं सोचता हूं और पूरा ध्यान केवल खेल पर होता है।यह भी पढ़ें- 'टी20 वर्ल्ड कप में विराट कोहली को ओपनिंग...' अजय जडेजा ने दिया सुझाव, कहा- रोहित शर्मा करें इस नंबर पर बल्लेबाजी