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Olympics 2024: Manu Bhaker के ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री ने किया खुलासा, कहा- सरकार ने 2 करोड़ रुपये किए थे खर्च

Mansukh Mandaviya on Manu Bhaker पेरिस ओलंपिक 2024 में मनु भाकर ने भारत को पहला मेडल दिलाया। रविवार को मनु ने कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। वह 10 मीटर एयर राइफल पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बनीं। पदक जीतने के बाद खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने उन्हें बधाई दी और बताया कि सरकार ने उनकी ट्रेनिंग के लिए 2 करोड़ रुपये खर्च किए थे।

By Priyanka Joshi Edited By: Priyanka Joshi Updated: Mon, 29 Jul 2024 12:42 PM (IST)
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Manu Bhaker की ट्रेनिंग पर सरकार ने खर्च किए थे 2 करोड़ रुपये, Mansukh Mandaviya का बयान
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 2024 के दूसरे दिन शूटर मनु भाकर (Manu Bhaker) ने इतिहास रचते हुए भारत को शूटिंग में पहला पदक दिलाया। मनु ओलंपिक खेलों में भारत को मेडल जिताने वाली पहली महिला शूटिंग बन गईं। 22 साल की भाकर ने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में 221.7 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। 

मनु के पदक के साथ ही भारत ने पेरिस ओलंपिक में अपने पदक का खाता खोला। पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के लिए पहला पदक जीतने पर भाकर को पूरे देश से बधाईयां मिल रही है। इस कड़ी में केंद्रीय खेल मंत्री मंसुख मंडाविया ने भी हरियाणा की शूटर मनु को देश का नाम रोशन करने पर बधाई दी। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए खेल मंंत्री मनसुख मंडाविया ने मनु को लेकर एक खुलासा किया। उन्होंने बताया कि सरकार ने भी मनु की ट्रेनिंग पर 2 करोड़ रुपये खर्च किए थे।

Manu Bhaker की ट्रेनिंग पर सरकार ने खर्च किए थे 2 करोड़ रुपये, Mansukh Mandaviya का बयान

 न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए केंद्रीय खेल मंंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने बताया कि कैसे सरकार के 'खेलो इंडिया' कार्यक्रम का हिस्सा बनना ना केवल मनु भाकर की पेरिस 2024 की तैयारी में फायदेमेंद रहा, बल्कि बाकी एथलीट्स को भी इससे मदद मिली।

खेल मंत्री ने कहा कि पेरिस ओलंपिक में पहला कांस्य पदक जीतकर, मनु भाकर ने भारत को गर्व महसूस करवाया है। वह 'खेलो इंडिया' का हिस्सा रही हैं।

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उन्होंने साथ ही कहा,

''मैं यह बताते हुए बहुत खुश हूं कि पीएम मोदी ने ‘खेलो इंडिया’ पहल शुरू की। इस पहल के तहत, देश में खेल सुविधाओं का निर्माण किया गया, खेल प्रतियोगिताओं की संख्या बढ़ाई गई, और स्कूल और कॉलेज स्तर पर खेल कॉम्पिटिशन की पहचान के लिए कई प्रोजेक्ट्स  शुरू किए गए। अच्छे कोचों को स्कूल और कॉलेज में रखा गया, ताकि टेलैंटिड लोग की पहचान पता चले। इसके अलावा TOPS (टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम) , जो कि भारत में खेलों को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई योजना है, उससे खिलाड़ियों को किसी भी तरह की आर्थिक कठिनाई का सामना ना करना पड़े, इसका ध्यान रखा गया।''

मंडाविया ने ये भी कहा कि मनु भाकर की ट्रेनिंग पर लगभग 2 करोड़ रुपये खर्च किए गए। उन्हें ट्रेनिंग के लिए जर्मनी और स्विट्जरलैंड भेजा गया। उन्हें जरूरी वित्तीय सहायता दी गई, ताकि वह अपने पसंदीदा कोच से ट्रेनिंग ले सकें। हम खिलाड़ियों को ये सभी चीजें हमसे जितनी हो रही है सब दे रहे हैं, ताकि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे एथलीट पेरिस ओलंपिक में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।