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India Vietnam Relationship: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वियतनाम को सौंपे 12 हाई स्पीड गार्ड बोट, रक्षा उत्पादन में मांगा साथ

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को वियतनाम को 12 हाई स्पीड गार्ड बोट सौंपकर दोनों देशों के सबंधों को और मजबूत किया। इन गार्ड बोटों का निर्माण इस दक्षिणपूर्व एशियाई देश को भारत द्वारा दिए गए 10 करोड डालर के अनुदान से किया गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Thu, 09 Jun 2022 04:38 PM (IST)
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को वियतनाम को 12 हाई स्पीड गार्ड बोट सौंपा। (ANI Photo)

नई दिल्ली, पीटीआइ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने बृहस्पतिवार को वियतनाम को 12 हाई स्पीड गार्ड बोट सौंपकर दोनों देशों के सबंधों को और मजबूत किया। इन गार्ड बोटों का निर्माण इस दक्षिणपूर्व एशियाई देश को भारत द्वारा दिए गए 10 करोड डालर के अनुदान से किया गया है।

दक्षिण चीन सागर में बढ़ती चीनी गतिविधियों के बीच हांग हा शिपयार्ड में आयोजित एक समारोह में राजनाथ सिंह ने समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग के तहत ये स्पीड गार्ड बोट वियतनाम को सौंपे। इनमें से पांच गार्ड बोट भारत के एलएंडटी शिपयार्ड और बाकी सात वियतनाम के हांग हा शिपयार्ड में निर्मित हुए हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आठ से दस जून के बीच वियतनाम की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह भारत और वियतनाम के बीच रक्षा परियोजनाओं के सहयोग में एक अग्रदूत का काम करेगा। राजनाथ ने कहा कि यह परियोजना 'मेक इन इंडिया-मेक फार व‌र्ल्ड' का एक ज्वलंत उदाहरण है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय रक्षा उद्योग ने प्रधानमंत्री मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के नजरिये के तहत अपनी क्षमताओं में काफी वृद्धि की है। भारत को बहुत खुशी होगी यदि वियतनाम जैसे हमारे करीबी मित्र रक्षा उत्पादन सेक्टर में हमारे भागीदार बन जाएं।

मालूम हो कि इससे पहले बुधवार को भारत और वियतनाम ने 2030 तक के लिए भारत-वियतनाम रक्षा साझेदारी के संयुक्त विजन स्टेटमेंट पर हस्ताक्षर के साथ लाजिस्टिक क्षेत्र में समझौत किए थे, जिससे दोनों देश एक दूसर के सैन्य ठिकानों को इस्तेमाल कर सकेंगे।

बीते मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वियतनाम के अपने समकक्ष जनरल फान वान गियांग के साथ मुलाकात की। दोनों नेताओं ने रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई थी। दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती आक्रामकता के बीच भारत और वियतनाम के बीच सामरिक संबंध में इस प्रगति को बेहद महत्‍वपूर्ण माना जा रहा है।