India France Ties: चीन के खिलाफ भारत को मिला फ्रांस का साथ, अब क्या करेगा 'ड्रैगन'?
India France Ties विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने दिल्ली में फ्रांसीसी विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने व्यापार निवेश और भौगोलिक संकेतकों पर भारत-ईयू वार्ता को आगे बढ़ाने पर चर्चा की।
By Achyut KumarEdited By: Updated: Wed, 14 Sep 2022 04:53 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। India France Ties: फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना 14 सितंबर को भारत के दो दिवसीय दौरे पर आई हैं। अपने दौरे के पहले दिन उन्होंने विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से मुलाकात की। इसके बाद दोनों ने संयुक्त रूप से एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया।
क्या कहा विदेश मंत्री ने?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हम भारत-प्रशांत त्रिपक्षीय विकास सहयोग की स्थापना की दिशा में काम करने के लिए सहमत हुए हैं, जो विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के ढांचे में विकास परियोजनाओं की सुविधा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा, 'मुझे यह भी उल्लेख करना चाहिए कि आईएसए ने अब 3 देशों में परियोजनाएं बनाई हैं जो भारत और फ्रांस द्वारा भूटान, पापुआ न्यू गिनी और सेनेगल में एक साथ किए गए प्रभाव को दर्शाती हैं।'
इंडो पैसिफिक भारतीय स्टार्टअप्स को प्रदान करेगा मंच
एस जयशंकर ने कहा कि इंडो-पैसिफिक त्रिपक्षीय भारतीय नवाचारों और स्टार्टअप्स को अन्य समाजों की आवश्यकताओं के लिए उनकी प्रासंगिकता प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि फ्रांस यूरोपीय संघ का एक प्रमुख सदस्य है और हमने स्वाभाविक रूप से व्यापार, निवेश और भौगोलिक संकेतकों पर भारत-ईयू वार्ता को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। हम इस संबंध में पहले दौर की वार्ता शुरू होने का स्वागत करते हैं।विदेश मंत्री ने बताया कि हम अपने प्रवास और गतिशीलता साझेदारी के अनुवर्ती के रूप में 18-35 आयु वर्ग में युवा पेशेवरों के आदान-प्रदान के लिए एक योजना शुरू कर रहे हैं।
'हम जानते हैं चीन किस तरह की भूमिका निभा रहा है?'
फ्रांसीसी विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना ने कहा कि हमने इंडो-पैसिफिक में सामान्य स्थिति और चीन के कारण सामने आई कई चुनौतियों के बारे में बहुत कुछ कहा है। हमारा एक ही विश्लेषण है, और हम भी समान चिंताओं को साझा करते हैं क्योंकि हम जानते हैं कि चीनी किस तरह की भूमिका निभा रहे हैं।कोलोना ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हिंद-प्रशांत में कोई असंतुलन नहीं है और न ही हम दुनिया में कहीं और शक्ति के असंतुलन की तलाश कर रहे हैं। हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना जारी रखेंगे। हम एक दूसरे का समर्थन करना जारी रख सकते हैं ताकि हम में से प्रत्येक अपनी रणनीतिक स्वायत्तता विकसित कर सके।