पीएम मोदी और शेख हसीना के बीच द्विपक्षीय बैठक में कई मुद्दों पर बनी सहमति, बौखलाया चीन
बैठक में चीन की बढ़ती गतिविधियों और इससे परस्पर हितों पर पड़ने वाले प्रभाव बांग्लादेश को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और ऊर्जा व कनेक्टिविटी परियोजनाओ को लेकर विस्तार से बातचीत हुई है। दोनो नेताओं के समक्ष सात अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किया गया।
By Ashisha Singh RajputEdited By: Updated: Tue, 06 Sep 2022 11:18 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारत और बांग्लादेश के बीच इस साल समग्र आर्थिक साझेदारी समझौते (सीपा) पर बातचीत शुरू हो जाएगी। इस समझौते पर हस्ताक्षर तब होगा, जब बांग्लादेश को संयुक्त राष्ट्र की तरफ से सबसे पिछड़े देशों (एलएसडी) की श्रेणी से हटा कर विकासशील देशों की श्रेणी में रखा जाएगा। मंगलवार को पीएम नरेन्द्र मोदी और भारत की यात्रा पर आई पीएम शेख हसीना के बीच द्विपक्षीय बैठक में यह फैसला किया गया।
आज की बैठक में चीन की बढ़ती गतिविधियों और इससे परस्पर हितों पर पड़ने वाले प्रभाव, बांग्लादेश को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और ऊर्जा व कनेक्टिविटी परियोजनाओ को लेकर विस्तार से बातचीत हुई है। दोनो नेताओं के समक्ष सात अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किया गया और पांच ऊर्जा व कनेक्टिवटी परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।
शेख हसीना का राष्ट्रपति भवन में राजकीय सम्मान के साथ स्वागत
भारत की चार दिवसीय दौरे पर पहुंची पीएम हसीना का मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में राजकीय सम्मान के साथ स्वागत किया गया। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर फूल अर्पित किये। देर शाम उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से भी मुलाकात की।पीएम मोदी ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में दोनों देशों के बीच सड़क, रेल व जलमार्ग से कनेक्टिविटी बढ़ने की तारीफ की। दोनों देशों के बीच बढ़ते द्विपक्षीय कारोबार का उदाहकरण देते हुए मोदी ने कहा कि भारत एशिया में बांग्लादेश का सबसे बड़ा बाजार बन गया है। इसे और गति देने के लिए सीपा पर शीघ्र वार्ता शुरू करेंगे।
आतंकवाद और कट्टरवाह के खिलाफ बढ़ाएंगे सहयोग
मोदी ने यह भी कहा कि हम आतंकवाद व कट्टरवाद के खिलाफ भी सहयोग बढ़ाएंगे। ताकि वर्ष 1971 की स्पि्रट को जीवंत रखा जा सके। यह बहुत आवश्यक है कि हम ऐसी शक्तियों का मिल कर मुकाबला करें जो हमारी आपसी विश्वास पर आघात करना चाहती हैं।1971 की लड़ाई के लिए भारत को दिया धन्यवाद
पीएम हसीना ने वर्ष 1971 की आजादी की लड़ाई में सहयोग के लिए भारत को धन्यवाद कहा और भरोसा जताया कि दोनो देशों के बीच जो भी मुद्दे हैं, उसे आपसी विमर्श से सुलझा लिया जाएगा। बाद में विदेश सचिव क्वात्रा ने बताया कि सीपा पर बातचीत इस वर्ष ही शुरु हो जाएगा, जबकि इस पर हस्ताक्षर बांग्लादेश के सबसे कम विकसित देशों की श्रेणी से बाहर निकलने के समय किय जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र की तरफ से पहले बताया गया है कि बांग्लादेश वर्ष 2026 में इस श्रेणी से निकल कर विकासशील देशों की श्रेणी में आ जाएगा। भारत अभी अमेरिका, ब्रिटेन व यूरोपीय संघ के साथ कारोबारी समझौते करने के लिए बातचीत कर रहा है। अब पड़ोसी देश बांग्लादेश भी इसमें शामिल हो जाएगा।