Modi in G-20: वैश्किव मंच से पीएम की दो टूक, कहा- भारत की कोविड वैक्सीन को मान्यता दे WHO
पीएम मोदी ने बेहद स्पष्ट शब्दों में स्वदेशी कोरोना वैक्सीन को विश्व में मान्यता देने की बात जी-20 के मंच से कही है। उन्होंने ये भी कहा है कि भारत अगले वर्ष विश्व को 5 अरब से अधिक की खुराक देने की तैयारी कर रहा है।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Sun, 31 Oct 2021 09:24 AM (IST)
रोम (एएनआई)। भारत कोरोना महामारी से दुनिया को निजात दिलाने के लिए अगले साल 5 अरब कोरोना वैक्सीन की खुराक निर्मित करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोम में चल रहे टी-20 सम्मेलन के पहले सत्र में ये बात कही है। सम्मेलन के पहले सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत हमेशा से ही भारत हमेशा से अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर गंभीर रहा है। उन्होंने बेहद स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस जी-20 सम्मेलन के प्लेटफार्म पर वो बताना चाहते हैं कि भारत अगले वर्ष दुनिया के लिए 5 अरब से अधिक COVID-19 वैक्सीन खुराक का उत्पादन करने की तैयारी कर रहा है। जी-20 का पहला सत्र ग्लोबल इकनामी और ग्लोबल हैल्थ पर था।
इस मौके पर उन्होंने भारत द्वारा तैयार की गई कोरोना वैक्सीन को मान्यत देने का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया को कोरोना महामाी से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए ये जरूरी है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भारत द्वारा विकसित की गई कोरोना वैक्सीन को जल्द मान्यता प्रदान करे। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी प्रेस रिलीज में बताया गया है कि उन्होंने इस मंच से दिए अपने संबोधन में कहा कि वैश्विक कोरोना महामारी से दुनिया को बचाने के लिए और इससे लड़ने के लिए हम दुनिया के समक्ष एक धरती-एक स्वास्थ्य का विजन रख रहे हैं। विश्व को भविष्य में इस तरह की समस्या से निपटने के लिए बड़े आयामों की जरूरत होगी।
जी-20 के मंच से उन्होंने कोरोना महामारी से निपटने में भारत की भूमिका का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत विश्व में दवा निर्माताओं में अग्रणी है। भारत में बनी दवाएं विश्व के 150 से अधिक देशों में भेजी जाती हैं। इसके साथ ही भारत अपनी पूरी ताकत के साथ से वैक्सीन रिसर्च और इसके निर्माण को बढ़ाने में लगा हुआ है। उन्होंने ये भी कहा कि भारत ने बेहद कम समय में अपने देश में कोरोना वैक्सीन की एक अरब खुराक देने के लक्ष्य को पूरा किया है। भारत ने अपने यहां पर महामारी पर नियंत्रण पाकर दुनिया को सुरक्षित करने का काम किया है। इसकी वजह से वायरस के म्यूटेशन का भी खतरा कम हुआ है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को रिलाएबल सप्लाई चैन की जरूरत के प्रति सावधान किया है। भारत एक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। उन्होंने जी-20 देशों के सदस्यों से अपनी आर्थिक तरक्की को पाने और सप्लाई चेन को बढ़ाने के लिए एक टस्टेड पार्टनर के रूप में बनाने के लिए निमंत्रित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 देशों की इस बात को लेकर तारीफ भी की कि इस महामारी से विश्व को उबारने में भारत ने अहम भूमिका निभाई है।