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अदाणी पर NCP प्रमुख शरद पवार के बयान से कांग्रेस असहमत, कहा- 19 विपक्षी दल इसे मानते हैं वास्तविक मुद्दा

कांग्रेस ने राकांपा प्रमुख शरद पवार के बयान से असहमति जताई। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि राकांपा समेत समान विचारधारा वाले सभी 20 विपक्षी दल एकजुट हैं और संविधान एवं लोकतंत्र को भाजपा के हमलों से बचाने के लिए संगठित हैं। (फाइल फोटो)

By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 08 Apr 2023 12:02 AM (IST)
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अदाणी पर पवार के बयान से कांग्रेस असहमत, कहा-यह गंभीर मुद्दा

नई दिल्ली, पीटीआई। कांग्रेस ने राकांपा प्रमुख शरद पवार के इस बयान से असहमति जताई है कि अदाणी समूह को हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा निशाना बनाया गया था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि राकांपा के अपने विचार हो सकते हैं, लेकिन समान विचारधारा वाले 19 विपक्षी दल मानते हैं कि प्रधानमंत्री से जुड़ा अदाणी समूह का मुद्दा वास्तविक और बहुत गंभीर है।

''राकांपा समेत 20 विपक्षी दल एकजुट''

जयराम ने यह भी कहा कि राकांपा समेत समान विचारधारा वाले सभी 20 विपक्षी दल एकजुट हैं और संविधान एवं लोकतंत्र को भाजपा के हमलों से बचाने के लिए संगठित हैं। ये सभी भाजपा के विभाजनकारी और विनाशकारी राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक एजेंडे को हराने में एक साथ होंगे।

क्या बोले थे शरद पवार?

उल्लेखनीय है कि एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में पवार ने अदाणी समूह का समर्थन किया था और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद बनाए जा रहे माहौल की आलोचना की थी। पवार ने कहा था कि इस तरह के बयान पहले भी अन्य लोगों ने दिए थे और कुछ दिनों तक संसद में हंगामा भी हुआ था, लेकिन इस बार मामले को जरूरत से ज्यादा महत्व दिया गया।

राकांपा प्रमुख ने कहा था कि बयान देने वाले इन लोगों के बारे में हमने कभी नहीं सुना था। उनकी पृष्ठभूमि क्या है? जब वे ऐसे मुद्दे उठाते हैं, जिससे पूरे देश में हंगामा मचता है, तो इसकी कीमत देश की आर्थिकी को चुकानी पड़ती है। हम इन चीजों की अवहेलना नहीं कर सकते। ऐसा लगता है कि देश के एक खास औद्योगिक समूह को निशाना बनाया गया। यदि उसने कोई गलत काम किया है, तो उसकी जांच की जानी चाहिए।

पवार की यह टिप्पणी स्पष्ट तौर पर अन्य विपक्षी दलों के साथ इस मुद्दे को लेकर उनकी असहमति है। उन्होंने ऐसे समय यह बयान दिया है, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद विपक्षी दलों के बीच एकता मजबूत होने की बात कही जा रही है।