Move to Jagran APP

'चौंका देंगे 2024 के नतीजे', राहुल गांधी के दावे में कितना है दम? विपक्षी एकता है सबसे बड़ा रोड़ा

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में साल 2024 में होने वाले चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अगले चुनाव में बहुत अच्छा करेगी। हालांकि राहुल गांधी के इस दावे को लेकर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं।

By Mohd FaisalEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sat, 03 Jun 2023 03:49 PM (IST)
Hero Image
'चौंका देंगे 2024 के नतीजे', राहुल गांधी के दावे में कितना है दम? (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। अपने अमेरिकी दौरे पर राहुल गांधी केंद्र सरकार पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इस बीच उन्होंने देश में साल 2024 में होने वाले चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया है।

राहुल गांधी का दावा- चौंका देंगे 2024 के नतीजे

अपने अमेरिका दौरे पर राहुल गांधी ने दावा करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी अगले चुनाव में बहुत अच्छा करेगी। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि यह लोगों को आश्चर्यचकित करेगा, आप गणित लगा लीजिए। संयुक्त विपक्ष भाजपा को अपने दम पर हराएगा।

2019 चुनाव में किस पार्टी को मिली थी कितनी सीटें?

  • साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो कांग्रेस ने 421 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
  • कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में 421 सीटों में से 52 सीटों पर जीत हासिल की थी।
  • बीजेपी ने साल 2019 लोकसभा चुनाव में 437 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से 303 पर जीत हासिल की थी।
  • बता दें कि बीजेपी को लोकसभा चुनाव में 38 फीसद वोट मिले थे, जबकि एनडीए गठबंधन ने 353 सीटों पर करीब 45 फीसद वोट मिला था।

क्या मुश्किल है BJP को सत्ता से बेदखल करना?

राहुल गांधी के दावे पर गौर किया जाए तो सभी गैर-बीजेपी दलों को एक साथ आना होगा। यानी गैर-बीजेपी दलों (68%) या गैर-एनडीए वोट (55%) कांग्रेस के साथ जाते हैं, या उसके नेतृत्व में गठबंधन होता है तो मोदी सरकार को 2024 में सत्ता हासिल करने में दिक्कतें हो सकती है। हालांकि, इसमें दो बड़ी समस्याएं ये हैं कि सभी गैर-बीजेपी या गैर-एनडीए वोट अनिवार्य रूप से बीजेपी या एंटी-एनडीए या प्रो-कांग्रेस या विपक्ष समर्थक वोट नहीं हैं, क्योंकि ये वोटर समय-समय पर अपना रूख बदल देते हैं।

विपक्ष नहीं है एकजुट!

बता दें कि नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल सहित शीर्ष विपक्षी नेताओं द्वारा गहन प्रचार के बावजूद विपक्षी एकता की कमी साफ दिखाई देती है। कुछ मजबूत क्षेत्रीय पार्टियों ने अभी तक उनका समर्थन नहीं किया है, जिनमें बीजेडी, वाईएसआरसीपी, बीआरएस और बीएसपी शामिल हैं। इसके अलावा आप और कांग्रेस और टीएमसी के बीच कड़ी प्रतिद्वंद्विता है। जो समय-समय पर दिखाई दे जाती है।

राहुल गांधी के बयान पर BJP हुई हमलावर

  • हालांकि, राहुल गांधी के हालिया बयान ने पार्टी के लिए मुश्किलें जरुर खड़ी कर दी है।
  • राहुल ने टिप्पणी की थी कि केरल में उनका सहयोगी दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष पार्टी है।
  • भाजपा ने इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की मोहम्मद अली जिन्ना की मुस्लिम लीग के साथ तुलना की है।

कांग्रेस ने किया BJP पर पलटवार

भाजपा ने कहा कि IUML उसी मानसिकता से निर्देशित है, जिसके कारण भारत का विभाजन हुआ। हालांकि, कांग्रेस ने भाजपा को BJP के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी की 2005 की पाकिस्तान यात्रा के दौरान जिन्ना की तारीफ करने की याद दिलाते हुए उन पर पलटवार किया।