शहीद दिवस के मौके पर भगतसिंह, राजगुरू और सुखदेव को देश कर रहा नमन, पीएम से लेकर राज्यों के सीएम ने दी श्रद्धांजलि
शहीद दिवस के मौके पर आज पूरा देश भगतसिंह सुखदेव और राजगुरू को नमन कर रहा है। जिस वक्त इन तीनों ने हंसते हुए फांसी के फंदे को चूमा था उस वक्त इनकी उम्र 22-23 वर्ष थी। इन क्रांतिकारियों से अंग्रेज खौफ खाते थे।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Wed, 23 Mar 2022 09:40 AM (IST)
नई दिल्ली (आनलाइन डेस्क)। शहीद दिवस के मौके पर आज देश उन वीरों को नमन कर रहा है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को बलिदान कर दिया था। भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव ये वो नाम हैं जिनका कर्ज पूरा भारत कभी नहीं उतार पाएगा। 1931 को आज ही के दिन इन तीनों को अंग्रेज हुकूमत ने लाहौर के सेंट्रल जेल में फांसी दी थी। आजादी के इन दिवानों का अंग्रेजों के दिलों में इस कदर खौफ था कि उन्हें तय समय से पहले ही फांसी दे दी गई थी। इन तीनों को ही 1928 में अंग्रेज अफसर जान सोंडर्स की हत्या का दोषी ठहराया गया था। जिस वक्त इन तीनों ने हंसते हुए फांसी के फंदे को चूमा था उस वक्त भगतसिंह की उम्र केवल 23 वर्ष, राजगुरु की 22 वर्ष और सुखदेव भी 23 वर्ष के थे। आज इन तीनों की शहादत को पूरा देश नमन कर रहा है। प्रधानमंत्री से लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी इन शहीदों को सोशल मीडिया के जरिए नमन किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि शहीद दिवस पर भारत माता के अमर सपूत वीर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को कोटि-कोटि नमन। मातृभूमि के लिए मर मिटने का उनका जज्बा देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा। जय हिंद!इससे पहले किए गए अपने एक ट्वीट में उन्होंने लिखा कि 23 मार्च हम सभी के लिए एक खास दिन है। इसमें उन्होंने ये भी बताया कि वो आज शाम छह बजे कोलकाता के विक्टोरिया मैमोरियल हाल में बिपलबी भारत गैलरी का उद्घाटन करेंगे। ये गैलरी उन लोगों को समर्पित है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया।
उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने अपने ट्वीट में लिखा कि आज भारत के अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु का बलिदान दिवस है। युवा क्रांतिकारियों के बलिदान ने राष्ट्र में आज़ादी के लिए नई चेतना जगाई। उनके बलिदान को कोटिश: प्रणाम करता हूं। हर पीढ़ी के युवा आपसे प्रेरणा लेंगे। गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक ट्वीट में लिखा है कि शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के ऐसे मजबूत स्तंभ हैं जिनकी देशभक्ति व मातृभूमि के प्रति समर्पण ने न सिर्फ जीते जी जन-जन में विदेशी शासन के अत्याचारों के विरुद्ध स्वाधीनता की अलख जगाई बल्कि उनका बलिदान आज भी हर भारतीय को राष्ट्रसेवा हेतु प्रेरित करता है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट में लिखा है कि शहीद दिवस पर, क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानियों, भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, जिन्होंने हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनकी अनुकरणीय वीरता, समर्पण और देशभक्ति आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने लिखा है कि शहीद दिवस पर, महान क्रांतिकारियों, भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु को मेरी श्रद्धांजलि, जिन्होंने हमारे देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उनका निस्वार्थ बलिदान और मातृभूमि के प्रति समर्पण प्रेरणा देता रहेगा।
असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने ट्विटर पर लिखा है कि इस दिवस पर शहीद भगत सिंह, शहीद सुखदेव और शहीद राजगुरु की वीर तिकड़ी को नमन। भारत की स्वतंत्रता में उनके योगदान को इतिहास के स्वर्णिम इतिहास में अंकित किया गया है। अमृत काल में, आइए एक ऐसे भारत का निर्माण करें जो हमारे वीरों के बलिदान का सम्मान करे।दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन के अमर प्रतीक शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु के शहीदी दिवस पर मैं उन्हें कोटि-कोटि नमन करता हूं। देश के इन वीरों के अमर बलिदान का हर देशवासी सदा ऋणी रहेगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीद दिवस के मौके पर प्रदेश में छुट्टी का एलान किया है। उन्होंने इस मौके पर किए गए अपने ट्वीट में लिखा है कि शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की अतुलनीय शहादत को मैं नमन करता हूं। आइए देश की आजादी के लिए अपने अनमोल प्राणों की आहुति देने वाले महान शहीदों के सपनों को साकार कर पंजाब को भ्रष्टाचार मुक्त, समृद्ध और स्वर्णिम पंजाब बनाएं।
कांग्रेस ने अपने ट्वीट में कहा है कि शहीद दिवस और प्रतिदिन, आइए हम सब मिलकर अत्याचार के खिलाफ खड़े हों। यह हमारे वीर वीर भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम राजगुरु को श्रद्धांजलि देने का सबसे अच्छा तरीका है।