Politics: बंगाल में टीएमसी-कांग्रेस के बीच होंगे अच्छे संबंध, अधीर रंजन के हटने के बाद सौगत राय ने जताई उम्मीद
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के धुरविरोधी अधीर रंजन चौधरी के प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटने के बाद सत्तारूढ़ टीएमसी अब नए प्रदेशाध्यक्ष शुभंकर सरकार के नेतृत्व में राज्य में कांग्रेस के साथ अपने संबंधों को मजबूत होने की उम्मीद कर रही है।टीएमसी के वरिष्ठ सांसद सौगत राय ने कहा कि टीएमसी और कांग्रेस बंगाल में अधीर रंजन चौधरी की वजह से दोनों दल करीब नहीं आ पाए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के धुरविरोधी अधीर रंजन चौधरी के प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटने के बाद, सत्तारूढ़ टीएमसी अब नए प्रदेशाध्यक्ष शुभंकर सरकार के नेतृत्व में राज्य में कांग्रेस के साथ अपने संबंधों को मजबूत होने की उम्मीद कर रही है। माना जाता है कि शुभंकर सरकार टीएमसी के प्रति उदारवादी दृष्टिकोण रखते है।
शुभंकर सरकार ने पदभार ग्रहण किया
वहीं, बंगाल में कांग्रेस की सहयोगी माकपा इन घटनाक्रमों पर करीबी नजर रख रही है, क्योंकि इससे 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के राजनीतिक परि²श्य में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकता है।
रविवार को पदभार ग्रहण करने वाले शुभंकर सरकार ने बंगाल में अपने चुनावी सहयोगी वाममोर्चा और सत्तारूढ़ टीएमसी के साथ कांग्रेस के भविष्य के समीकरणों के बारे में सवालों को टाल दिया और इस बात पर जोर दिया कि उनका प्राथमिक काम राज्य में पार्टी संगठन को मजबूत करना है।
भाजपा से लड़ने के लिए तीन दल साथ
तीनों पार्टियां (कांग्रेस, माकपा और टीएमसी) राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा से लड़ने के लिए गठित किए गए विपक्षी आइएनडीआइए का हिस्सा हैं। हालांकि, कांग्रेस-वाम गठबंधन बंगाल में टीएमसी और भाजपा दोनों का विरोध करता रहा है।
टीएमसी के वरिष्ठ सांसद सौगत राय ने कहा कि टीएमसी और कांग्रेस दोनों ही राष्ट्रीय स्तर पर आइएनडीआइए का हिस्सा हैं, लेकिन बंगाल में अधीर रंजन चौधरी की वजह से दोनों दल करीब नहीं आ पाए। अब कांग्रेस के पास नया प्रदेशाध्यक्ष होने के बाद हमें उम्मीद है कि कांग्रेस के साथ रिश्ते सुधरेंगे। शुभंकर सरकार बहुत ही सभ्य और परिपक्व राजनेता हैं।
टीएमसी ने अधीर रंजन पर बार-बार भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगाया था
बता दें कि बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अधीर रंजन पर बार-बार भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगाया है, दूसरी ओर इस आरोप का खंडन करते हुए अधीर लगातार दावा करते रहे हैं कि टीएमसी राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा की बी-टीम के रूप में काम करती है।