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VIDEO: जय भीम, जय मीम और जय फलस्तीन, शपथ के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने और कौन-कौन से नारे लगाए?

हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी के जय फलस्तीन वाले नारे पर बवाल मच गया है। भारतीय जनता पार्टी ने इस पर आपत्ति जताई है। उधर ओवैसी का कहना है कि उन्हें जो कहना था वह कह दिया है। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने ओवैसी के बयान पर कहा कि ये संसद के नियमों के खिलाफ है। किरेन रिजिजू ने भी ओवैसी के बयान पर प्रतिक्रिया दी है।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Tue, 25 Jun 2024 05:00 PM (IST)
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बतौर सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ली शपथ।
एएनआई, नई दिल्ली। हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को बतौर सांसद शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद ओवैसी ने जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना और जय फलस्तीन का नारा लगाया। ओवैसी ने शपथ उर्दू में ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM ) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना की हैदराबाद लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी माधवी लता को 338087 मतों से हराया है।

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जो बोलना था... बोल दिया

संसद के बाहर ओवैसी ने अपने नारों पर मीडिया को प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमने जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना और जय फलस्तीन बोला है। ओवैसी ने कहा कि यह कैसे संविधान के खिलाफ है। पहले भी लोगों ने क्या-क्या नहीं बोला है... पहले वह भी सुना जाए। ओवैसी ने कहा कि जो बोलना था वो बोल दिया है... अब क्या।ओवैसी ने कहा जय फलस्तीन बोलने की वजह मजलूम आवाज है। महात्मा गांधी ने फलस्तीन के बारे में क्या कहा था। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने ओवैसी के नारों पर आपत्ति जताई है।

फलीस्तीन से हमारी कोई दुश्मनी नहीं

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "फलस्तीन या किसी अन्य देश से हमारी कोई दुश्मनी नहीं है। शपथ लेते समय क्या किसी सदस्य के लिए दूसरे देश की प्रशंसा में नारा लगाना उचित है? हमें नियमों की जांच करनी होगी कि क्या यह उचित है या नहीं। उधर, प्रोटेम स्पीकर ने ओवैसी के नारों को कार्यवाही से हटाने को कहा है।

नारा सदन के निमयों के खिलाफ

केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, "एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आज संसद में जो 'जय फलस्तीन' का नारा लगाया है, वह बिल्कुल गलत है। यह सदन के नियमों के खिलाफ है। वह भारत में रहकर 'भारत माता की जय' नहीं कहते हैं लेकिन फलीस्तीन की जय बोलते हैं। लोगों को समझना चाहिए कि ये लोग कैसे देश में रहकर असंवैधानिक काम करते हैं।"

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