'उनका कल्याण मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता', अजित पवार ने जनता से की ये अपील; विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में मची सियासी खलबली
एनसीपी नेता अजित पवार ने एक वीडियो मैसेज शेयर करते हुए कहा कि जब से मैंने राजनीति में कदम रखा तब से उन्होंने कभी एनसीपी नहीं छोड़ी। उन्होंने ये भी दावा किया कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप कभी साबित नहीं हुए हैं। अजित पवार ने कुछ दिनों पहले कहा था जनता उन राजनेताओं को नजरअंदाज करें जो केवल भाषण देते हैं।
पीटीआई, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सियासी हलचल तेज हो चुकी है। एनसीपी नेता अजित पवार लगातार जनता से मुलाकात कर रहे हैं। अजित पवार ने एक वीडियो मैसेज शेयर करते हुए जनता से अपील की। उन्होंने कहा कि जब से मैंने राजनीति में कदम रखा तब से उन्होंने कभी एनसीपी नहीं छोड़ी। उन्होंने ये भी दावा किया कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप कभी साबित नहीं हुए हैं।
अजित पवार ने आगे कहा,“लोग ही मेरी एकमात्र पार्टी हैं। मैं जो भी करूं, उनका कल्याण मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मैं हमेशा सोचता हूं कि लोगों को कैसे फायदा होगा।”
लोकसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को लगा था झटका
बता दें कि लोकसभा चुनाव में महायुति गठबंधन का प्रदर्शन काफी निराशजनक रहा। भाजपा, राकांपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना दल एक साथ चुनाव लड़ रहे थे। चुनाव परिणाम सामने आने के बाद महायुति गठबंधन के नेताओं के बीच कलह की बातें सामने आते रही है।'जो लोग काम करते हैं उनकी आलोचना ज्यादा होती है'
अजित पवार ने कुछ दिनों पहले कहा था जनता उन राजनेताओं को नजरअंदाज करें जो केवल भाषण देते हैं और इसके बजाय उन लोगों को वोट दें जो काम करते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग काम करते हैं उनकी आलोचना ज्यादा होती है।
बता दें कि जुलाई 2024 में अजित पवार ने अपने चाचा और एनसीपी संस्थापक शरद पवार के खिलाफ विद्रोह कर दिया था। इसके बाद अजित पवार गुट को एनसीपी पार्टी का नाम और प्रतीक मिला।